दी गई जानकारी
एक अप्रैल से शुरू होने वाली कक्षाओं में संकुल केंद्र अन्तर्गत आने वाली 30 शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के करीब ढाई हजार बच्चे शामिल होंगे। इन बच्चों को बिना बैग और कॉपी -किताबों के स्कूल आना है। स्कूलों में शिक्षक बच्चों को खेल खेल में पढ़ाई कराएंगे। इसके लिए प्रत्येक छात्र को लर्निंग किट उपलब्ध कराई जाएगी। किट में स्केच पेन, खाली पेपर शीट, रंगीन पेपर आदि होंगे। जायफुल लर्निंग के इ-मटेरियल से भी अवगत कराने तथा यू ट्यूब के अनुरूप कार्य संपादन किया जाए। राज्य शिक्षा केन्द्र के आदेशानुसार कलेक्टर ने शिक्षण सत्र 2019-20 की शुरुआत जॉयफुल लर्निंग से शुरू करने के निर्देश दिए है। जनशिक्षकों ने कहा कि दो अप्रैल को शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में बाल सभा का आयोजन किया जाए।
बुलाई जाएंगी सभा
बच्चों, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों सहित गांव के लोंगों भी बुलाया जाए। बालसभा में गांव के गौरव, लोकगीत और स्थानीय नाटकों की प्रस्तुतियां कराएं। इसके अलावा मातृ सम्मेलन का भी आयोजन करें। जॉयफुल लर्निंग की सफलता के लिए दो अप्रैल को रेडियों पर भी इसका प्रसारण होगा। इस दौरान जयचंद महोबिया,सूर्यकांत त्रिपाठी, रूपलाल झारिया, जितेंद्र तिवारी, कुमेश धुर्वे, सतेंद्र गौतम, सुशील त्रिपाठी, उमाशंकर ठाकर, विजय सिंह, मनीषा बाजपेई, संध्या तिवारी, सीताराम सिंगौर, विनोद पांडेय, जयकुमार उरमलिया, दीपक कोल, प्रदीप गुप्ता, विजेंद्र बाजपेई, संतोष उरमलिया, देवेंद्र ठाकुर, रविन्द्र दुबे, जगन पटेल सहित अन्य स्कूलों के शाला प्रभारी उपस्थित रहे।