रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए दवा वितरण के दावों के बीच कलेक्टर कार्यालय से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में ही कई परिवारों को दवा नहीं मिलने की बात सामने आई है। विश्रामबाबा वार्ड पीडब्ल्यूडी कॉलोनी के रहवासी मंजूलता, राजकुमार बर्मन व रमेश सहित अन्य लोग बताते हैं कि उन्हे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली दवा नहीं मिली है।
इस संबंध में आयुष विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जानकारी नहीं देने भी नहीं आए हंै। बतादें कि पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में जिला प्रशासन के अफसरों के अलावा अन्य विभागों के अधिकारियों का निवास है। आयुष विभाग के अधिकारी कोरोना बीमारी से बचने के लिए व्यक्ति में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इम्यूनिटी बुस्टर के रूप में शहर से लेकर गांव-गांव तक त्रिकुट चूर्ण और आयुष काढ़ा जिलेभर में 7 लाख 55 हजार 512 व्यक्तियों को दिए जाने का दावा कर रहे हैं।
इस संबंध में आयुष विभाग के जिला आयुष अधिकारी डॉ. आरके सिंह ने बताया कि विश्राम बाबा वार्ड पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में काढ़ा व दवा वितरण के लिए माधवनगर अस्पताल कर्मचारियों की ड्यूटी थी। टीम को बोलते हैं अगर लोगों को दवा नहीं मिली है तो वितरण करवाएंगे।
बतादें कि शहर में दवा वितरण के लिए आयुष विभाग ने सात टीमें तैनात की है। प्रत्येक टीम में दो कर्मचारी हैं। कोरोना लॉकडाउन के दौरान डोर टू डोर दवा वितरण के दौरान एक दिन में बारह से पंद्रह हजार लोगों को दवा वितरण की बात कही गई।