इधर, कार्यसमिति की घोषणा के साथ ही कई कार्यकर्ताओं में असंतोष है। इनका कहना है कि दो विधायकों के बीच तालमेल बिठाने के चक्कर में कई ऐसे कार्यकर्ताओं को पद नहीं मिले, जो लंबे समय से पार्टी के लिए सक्रियता से काम कर रहे हैं।
हालांकि इस बारे में जिलाध्यक्ष कह रहे हैं जो जिन्हे पद नहीं मिले उन्हे दूसरी जगह बड़े दायित्व सौंपे जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की अनुशंसा से सुनील उपाध्याय, मृदुल द्विवेदी, सूर्यकांत गौतम, दीपक सोनी, गीता गुप्ता, भावना सिंह, सुरेश राय व भरत पटेल को उपाध्यक्ष और चेतन हिंदुजा, सतीश तिवारी, राजेश चौधरी को महामंत्री सहित अन्य पदाधिकारियों को दायित्व सौंपे गए हैं।