बता दें कि जिले में धान खरीद के लिए 102 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इन क्रय केंद्रों पर गैर राज्यों के किसानों का माल न पहुंचने पाए इसकी खातिर प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है। कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कटनी प्रशासन को भी उत्तर प्रदेश के किसानों के उत्पाद को जिले की मंडी में आने से रोकना है। इसके तहत अमगवा गांव में संतोष पटेल से 950 बोरी व राकेश लोधी पिता दरबारी लोधी से 900 बोरी धान जब्त की गई है। ये दोनों ही उत्तर प्रदेश से धान ला कर यहां बेचने के फिराक में थे। ये कार्रवाई रीठी तहसीलदार राजेश पांडेय व फूड इंस्पेक्टर वंदना जैन की टीम ने की है। इसी तरह रीठी के सलैया गांव में की गई कार्रवाई में 560 बोरियां मिली। इस तरह यूपी से आए कुल 21 सौ 30 क्विंटल धान को प्रशासन ने जब्त कर लिया है। प्रशासन की इस कार्रवाई से बिचौलियों में भारी हड़कंप की स्थिति है। हालांकि रीठी सहित आसपास के क्षेत्र मुहांस, भरतपुर, खाम, बड़गांव सहित अन्य गांवो मे बिचौलियों ने अच्छी तादाद में धान का स्टॉक किया है। उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन जल्द ही इनके विरुद्ध भी कार्रवाई करेगा।
इस बीच बहोरीबंद क्षेत्र के सिंहुड़ी अधिकारियों ने दबिश देकर बड़ी मात्रा में धान जब्त किया था। इसके संबंध में अधिकारियों को सूचना मिली थी कि बड़ी मात्रा में यूपी व छत्तीसगढ़ से धान की खेप मंगाई गई है। सूचना पर पुलिस- प्रशासन की टीम ने छापेमारी कर करीब 320 क्विंटल धान जब्त किया। दरअसल ये बिचौलिये सस्ती और घटिया क्वालिटी की धान को अधिक दाम में खपाने के फेर में थे।
“मुखबिर की सूचना पर अमगवां और सलैया में कार्रवाई की गई। दूसरे प्रदेशों से आने वाली धान की खेप पर कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।”-राजेश पांडेय, तहसीलदार रीठी