कटनी

गांजा तस्करी का जंक्शन बना कटनी, छत्तीसगढ़ से आने वाली खेप का देशभर के शहरों में सप्लाई

तस्करों ने यात्री ट्रेन और मालगाड़ी को बनाया माध्यम. सवालों में आरपीएफ-जीआरपी की कार्यशैली.
गांजा और दूसरे मादक पदार्थों के साथ ही मानव तस्करी के नेटवर्क में पुरुष के साथ महिलाएं भी शामिल.
गांजा तस्करी में जीआरपी शहडोल के आरक्षक के पकड़े जाने के बाद नेटवर्क खंगालने बिलासपुर पहुंची कटनी जीआरपी.

कटनीDec 06, 2019 / 12:23 pm

raghavendra chaturvedi

कटनी-मुड़वारा स्टेशन से 20 सितंबर 2018 को 47 किलो 7 सौ ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार रोहतक की पांच महिलाएं.

कटनी. रेलवे में देश के प्रमुख जंक्शन में शुमार कटनी अब गांजा सहित दूसरे मादक पदार्थों के साथ ही मानव तस्करी का जंक्शन बन गया है। गांजा तस्करों ने सड़क मार्ग पर तस्करी में बढ़ते जोखिम के बाद अब यात्री ट्रेन और मालगाड़ी को सहज माध्यम बना लिया है। छत्तीसगढ़ के रास्ते आने वाली गांजे की खेप को कटनी के रास्ते देश के अलग-अलग शहरों में भेजा रहा है। मादक पदार्थों की तस्करी के नेटवर्क में पुरुषों के साथ ही अब महिलाएं भी शामिल हैं।

गांजा तस्कर उड़ीसा के मलकानगिरी से गांजा की खेप लेकर छत्तीसगढ़ पहुंचते हैं। यहां रेलवे के छोटे स्टेशनों से गांजा यात्री ट्रेनों के माध्यम से कटनी पहुंचता है। कटनी में तय होता कि देश के किस शहर तक आगे पहुंचाना है। कई बार तस्कर कटनी जंक्शन के आउटर में गांजा ट्रेन से उतारकर उसे वाहन से आगे के छोटी स्टेशन तक ले जाते हैं। वहां से बड़े शहरों तक भेजा रहा है। गांजा के अलावा अन्य मादक पदार्थों की तस्करी भी ऐसे ही हो रहा है।

तस्कर यात्री ट्रेनों के अलावा मालगाड़ी का भी बखूबी इस्तेमाल कर रहे हैं। मालगाड़ी में गांजा रख दिया जाता है और कहां उतारना है इसकी जानकारी फोन पर दे दी जाती है। तस्करों को पता होता है कि कौन सी मालगाड़ी कहां तक जाएगी।

ट्रेनों में बड़ी मात्रा में गांजा और दूसरे मादक पदार्थ तस्करी के मामले सामने आने के बाद आरपीएफ और जीआरपी की भूमिका सवालों में है। यात्री ट्रेनों में आरपीएफ का अमला और स्टेशनों में जीआरपी कर्मी एक-एक बैग की तलाशी लेते हैं। फिर भी गांजा व दूसरे मादक पदार्थों के पैकेट पर नजर नहीं पड़ती। तस्करी के जो मामले सामने आए हैं, उसको लेकर चर्चा यही है कि इनमें तस्करों के बीच आपसी विवाद के बाद सूचना उन्ही के द्वारा दी गई और मामला पकड़वाया गया।

कटनी साउथ रेलवे स्टेशन पर 47 किलो 5 सौ ग्राम गांजा के साथ पकड़ाया जीआरपी शहडोल का आरक्षक. IMAGE CREDIT: patrika

गांजा तस्करी का ताजा मामला कटनी साउथ रेलवे स्टेशन पर 2 दिसंबर की रात सामने आया। इसमें 43 किलो 500 ग्राम कीमती 4 लाख 35 हजार रुपये गांजा के साथ गिरफ्तार आरोपी जीआरपी शहडोल में बतौर आरक्षक पदस्थ पाया गया। आरोपी दिगपाल सिंह (53) की गिरफ्तारी के बाद नेटवर्क का पता लगाने 5 दिसंबर को कटनी जीआरपी की टीम छत्तीसगढ़ के बिलासपुर पहुंची।

टीआइ डीपी चढ़ार ने बताया कि आरोपी द्वारा बताए गए संभावित स्थानों पर गांजा तस्करी से जुड़े लोगों की तलाश की गई। फिलहाल तस्कर पकड़ में नहीं आए हैं। जांच लगातार जारी है।

इन मामलों को लेकर एसआरपी सुनील जैन बताते हैं कि यात्री ट्रेन और मालगाड़ी में तस्करी के बढ़ते मामलों को लेकर टीम को अलर्ट किया गया है। सभी को सख्त निर्देश दिए हैं कि ऐसे मामलों में त्वरित और ठोस कार्रवाई की जाए।

वहीं आरपीएफ कमाडेंड जयन्ना कृपाकर बताते हैं कि ट्रेनों में किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अगर कहीं किसी की लापरवाही सामने आती है तो कार्रवाई की जाएगी।

गांजा तस्करी के बड़े मामले
– 20 सितंबर 2018 को दुर्ग-जम्मूतवी ट्रेन से आधा क्विंटल गांजा तस्करी कर रहीं अंतर्राज्यीय गिरोह के पांच महिलाओं को मुड़वारा स्टेशन से जीआरपी ने पकड़ा। इनके पास से 47 किलो 700 ग्राम गांजा की जब्ती की गई। गिरफ्तार आरोपियों में कमला बाई (43), विमला बाई (50), राजकला (45), संतोष सांसी (40) व मिसरी सासी (50) सभी निवासी गढ़ी मोहल्ला रोहतक की रहीं।
– 20 फरवरी की शाम एनकेजे पुलिस ने हिरवारा गांव में रेलवे लाइन के समीप 4 किलो 5 सौ ग्राम गांजा के साथ एक महिला और पुरुष आरोपी को गिरफ्तार किया। पुरुष आरोपी छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के पेंड्रा के समीप हर्री गांव से ट्रेन से गांजा लेकर कटनी आउटर पर उतरा था।
– 20 अगस्त को जीआरपी ने 4 किलो 300 ग्राम गांजा के साथ रवि कोल (23) निवासी भारत चौक झर्राटिकुरिया, मनीष चौधरी (21) निवासी भारत चौक को पकड़ा। दो युवक कटनी-मुड़वारा रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म क्रमांक 4-5 पर दमोह छोर में ट्रेन का इंतजार कर रहे थे।

शराब व स्मैक के मामले
– 7 अगस्त 2018 की शाम कटनी-मुड़वारा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर खड़ी सोमनाथ एक्सप्रेस से आरपीएफ ने महिला कोच से दो संदिग्ध बैग की तलाशी की तो शराब का जखीरा बरामद हुआ। मौके पर किसी के उपलब्ध नहीं होने से आरोपी की पहचान नहीं हो सकी।

– 29 सितंबर 2018 को कोतवाली पुलिस ने 12 ग्राम स्मैक के साथ मुख्य स्टेशन के समीम खिरहनी से राहुल जोशी (30) को गिरफ्तार किया। राजीव गांधी वार्ड निवासी के पास जब्त स्मैक की कीमत 20 हजार रुपये से अधिक बताई गई।

मानव तस्करी के मामले
– 23 मार्च की शाम कटनी-मुड़वारा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने ललितपुर उत्तरप्रदेश निवासी महिला आरोपी सीमा और पुरुष आरोपी राजू राय के चंगुल से 10-10 साल की 3 बालिकाओं को छुड़ाया। आरोपी बालिकाओं को सिंगरौली से कटनी के रास्ते यूपी ले जा रहे थे।
– 17 जून 2018 को कटनी-मुड़वारा रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ पुलिस ने मानव तस्करी के एक मामले में आरोपी के चंगुल से दो किशोरियों को पकड़ा। दोनों किशोरी को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर मामले की जांच शुरू की।
– 30 मई को जबलपुर में हुए खुलासे के बाद कटनी मानव तस्तरों के लिए जंक्शन के रुप में कुख्यात हुआ। मानव तस्करों का नेटवर्क जबलपुर से कटनी होते हुए कोटा तक फैलने का मामला सामने आया।

फैक्ट फाइल
गांजा जब्ती में तीन पुलिस जोन में जब्त आंकड़ों पर नजर डालें तो शहडोल में 40.142 क्विंटल, जबलपुर में 6.64 क्विंटल और भोपाल में 4 क्विंटल गांजा की जब्ती हुई। गांंजा जब्ती की यह वो मात्रा है जिसे बीते 6 माह के दौरान कटनी कैमोर स्थित एसीसी प्लांट में नष्ट किया गया।

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