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स्वच्छता रैंकिंग में देशभर में 24वें स्थान पर अपना शहर, वीडियों में देखें अफसर ने कहीं ये बात

locationकटनीPublished: Aug 20, 2020 09:28:58 pm

Submitted by:

balmeek pandey

प्रदेश के टॉपटेन में कटनी ने बनाई जगह, 8वें स्थान पर आया शहर, दो साल में 87 अंकों का हुआ सुधार, 2018 में 111 व 2019 में 91 स्थान पर आया था कटनी, जन भागीदारी से नंबर-1 होगा शहर

स्वच्छता रैंकिंग में देशभर में 24वें स्थान पर अपना शहर, वीडियों में देखें अफसर ने कहीं ये बात

स्वच्छता रैंकिंग में देशभर में 24वें स्थान पर अपना शहर, वीडियों में देखें अफसर ने कहीं ये बात

कटनी. गुरुवार को भारत सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की स्वच्छता रैंकिंग जारी की गई। यह रैकिंग देशभर के एक लाख से लेकर 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों की जारी हुई, जिसमें ‘अपना शहर कटनीÓ भी शामिल था। देशभर में हुए शहरों के स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में कटनी शहर देश के शहरों की रैंकिंग में 24वे स्थान पर है। मध्यप्रदेश के शहरों में कटनी शहर 8वें पायदान पर है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व वर्ष 2018 के स्वच्छ सर्वेक्षण में कटनी शहर का स्थान 111वां, वर्ष 2019 के स्वच्छ सर्वेक्षण में कटनी शहर का स्थान देशभर के शहरों में 97वां रहा है। कटनी शहर स्वच्छ सर्वेक्षण में लगातार बेहतर स्थिति बना रहा है। दो साल में 87 अंकों का सुधार हुआ है। नगर निगम के स्वच्छतादूतों, नोडल अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, कचरा संग्रहण करने वाली कंपनी एमएसडब्ल्यू द्वारा कचरे का उठाव, उचित निपटान व लोगों द्वारा स्वच्छता दूत व कचरा गाड़ी में ही कचरा डालने का परिणाम है कि शहर बेहतर पायदान पर आया है। बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 को लेकर 8 जनवरी को कलेक्टर एसबी सिंह ने शहरवासियों के नाम एक पाती जारी की थी। जिसमें कहा था कि कटनी आपका शहर है। जिसे आप सभी मिलकर स्वच्छ एवं सुंदर बनाने का प्रयास किए हैं। 7 सवालों को पूछकर टीम स्वच्छता का आंकलन करेगी। इससे शहर को एक हजार नंबर मिलने थे। ओडीएफ प्लस प्लस शहर पांच स्टार रैंकिंग में बेहतर स्थान बना पाया।

इसलिए टॉप-10 में पीछे रहे हम
शहर में स्वच्छता को लेकर करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं। अमला भी पर्याप्त है, लेकिन ननि अफसरों की बेपरवाही और कुछ लोगों द्वारा सफाई में रुचि न दिखाने के कारण शहर टॉप-10 में नहीं आ पाया। बता दें कि शहर में वॉटर हार्वेस्टिंग का काम नहीं हो पाया, इससे काफी अंक कट गए। सभी शासकीय भवनों, सभी भवनों में डब्ल्यूएच सिस्टम लगा होना था, जो नहीं हुआ। उससे काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा सूखा-और गीला कचरा का अलग-अलग उठाव न होना, कई जगह पर समय पर सफाई न होना व लोगों द्वारा जानबूझकर गंदगी करने से शहर स्वच्छता रैंकिंग में अभी पीछे चल रहा है। जब लोग खुद से प्रेरणा लेंगे तभी कटनी नंबर-1 होगा। लोग कहीं भी कचरा फेंक देते हैं, थूक दे रहे हैं, इसमें जुर्माना से ज्यादा जागरुक होना बहुत अवाश्यक है।

इन बातों का हर किसी को रखना होगा ध्यान
– शहर का ड्रेनेज सिस्टम करना होगा ठीक, ननि को कवर्ड करानी होंगी नालियां।
– हर कार्यालय, प्रतिष्ठान व घर में सूखा-गीला कचरा के लिए डस्टबिन अनिवार्य।
– शहर में यहां-वहां थूकने, स्मोकिंग करने सहित कचरा फेंकने पर सख्त कार्रवाई।
– गंदगी फैलाने पर रोको-टोको अभियान के साथ जिम्मेदारी का कराना होगा अहसास।
– स्वच्छता दूतों व नगर निगम के नोडल अधिकारियों द्वारा सफाई पर विशेष फोकस।
– जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों की विचारधारा में लाना होगा परिवर्तन।
– जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण और पॉल्यूशन मुक्त शहर के लिए सभी का सहयोग।
– पॉलीथिन के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध, इको फ्रैंडली बैग व थैलों का चलन।
– शहर को स्वच्छ दिखाने बेहतर हॉकर्स जोन, पार्किंग सहित अस्थाई अतिक्रमण पर कार्रवाई।


इनका कहना है
स्वच्छता रैकिंग नि:संदेश अच्छी है, लेकिन इससे अभी हम संतुष्ट नहीं हैं। लोगों की भागीदारी से ही अब हमेशा शहर स्वच्छ हो पाएगा। टीम अपना काम करेगी, लेकिन लोग सफाई में सहयोग करेंगे, स्वच्छता को आदत में लाएंगे, तभी शहर इंदौर की तर्ज पर स्वच्छ होगा और देश-दुनिया में नाम होगा।
अशफाक परवेज कुरैशी, उपायुक्त।

देशभर में शहर की बेहतर रैंकिंग आई है। इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। नगर निगम की टीम, जनप्रतिनिधियों ने व नागरिकों ने बेहतर सहयोग किया है तभी यह संभवन हो पाया है। अब सबकी और ज्यादा भागीदारी बढ़ाकर शहर को टॉप-5 में लाने पहल शुरू कर दी गई है।
शशिभूषण सिंह, कलेक्टर।