प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में आजादी के अमृत महोत्सव के साथ ही जनजातीय गौरव सप्ताह के अंतर्गत विविध आयोजन किए जा रहे हैं। जनजातीय गौरव दिवस व आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर कटनी स्टोन आर्ट फेस्टिवल कार्यक्रम के दौरान वीरांगना रानी दुर्गावती की अदम्य साहस को लखनवी अंदाज में कलाकार हिमांशु बाजपेयी व प्रज्ञा शर्मा ने किस्सागोई के रूप में प्रस्तुत किया था।
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किस्सागोई का सरताज है हिन्दुस्तान
किस्सागोई विद्या का सरताज हिन्दुस्तान है। कथा सुनाने की परंपरा हमारे यहां से निकलने के बाद ही दुनिया भर में फैली। जिस तरह से किस्सा कहना एक कला है, उसी तरह से किस्सा सुनना भी एक कला है। रानी दुर्गावती के जीवन पर आधारित किस्सा गोई कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन का उद्देश्य यह था कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने जिस तरह से खुद को रखा और आजादी की, अधिकारों की बात की वह प्रेरणादायी है। उन्होंने विस्तारवादी नीति का प्रतिकार किया और उनकी कहानी आमजन के मन में एक विश्वास पैदा करने वाली है। इसको ध्यान में रखकर लोगों को उनके जीवन से प्रेरणा देने कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था।