जानकारी के अनुसार निगम प्रशासन अमृत योजना के तहत हर घर को टैप वॉटर कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए ये सर्वे करा रहा। इसके तहत मौके पर ही निगम की राजस्व विभाग की टीम संबंधित भवन स्वामी से आवेदन पत्र भरवा रही है। साथ ही जरूरी कागजात व पेयजल कनेक्शन शुल्क ले रही है। जिम्मेदारों का कहना है कि जिनके घरों में अभी तक पेयजल कनेक्शन नहीं है उन सभी को योजना से जोड़ कर घर-घर पाइप लाइन से पेयजल पहुंचाया जाएगा। लोगों को पानी के लिए भटकना नहीं होगा, बल्कि उन्हें अपने घर में टैपवॉटर उपलब्ध होगा।
घर-घर पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए निगम के राजस्व विभाग और जलप्रदाय इकाई के कर्मचारियों व अधिकारियों की बैठक भी हुई। इस बैठक में जलकर निरीक्षक अनिल त्रपाठी ने योजना के तहत अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी। इस मौके पर आयुक्त नगर निगम कार्रवाई तेज करने को कहा। उन्होंने कहा कि नगर निगम सीमा के ऐसे इलाके जहां पर मेन पाईप लाईन की दूरी 50 मीटर से अधिक है, वहां योजना के तहत नए नल-जल कनेक्शन के फार्म न दिए जाएं।
आयुक्त नगर निगम ने कर्मचारियों व अधिकारियों को सलाह दी कि वो नागरिकों को समझाएं कि नए जल कनेक्शन से मिलने वाले पानी की गुणवत्ता, लीकेज आदि की समस्या समाप्त होने तथा पानी की उपलब्धता सुनिश्चित होने के बाद ही शुल्क लगाया जाएगा।
बैठक में प्रभारी अधिकारी राजस्व जागेश्वर पाठक, जलकर निरीक्षक अनिल त्रपाठी, उपयंत्री अश्विनी पांडेय, राजस्व विभाग के एआरआइ आदि मौजूद रहे।