युवतियों से कराता था फोन
कोचिंग संचालक आरोपी सुधीर विश्वकर्मा बैंगलोर में डाटा बेचने वाली कंपनियों से तीन से पांच हजार रुपये में मप्र व उप्र के कक्षा 10वीं व 12वीं पास लडक़ों के डाटा खरीदता था। इसके बाद वह कटनी के बरगवां में खुले कार्यालय में युवतियों से फोन लगवाता था। बेरोजगारों को फंसाने के लिए उसने कार्यालय में तीन से चार महिला कर्मचारियों को रखा था। खास-बात यह है कि आरोपी ग्रामीण क्षेत्र के लडक़ों को अधिक झांसे में लेता था। भुवनेश्वर व मलेशिया के अलावा मुंबई, चेन्नई व कोलकाता में भी बड़े स्तर पर गिरोह में शामिल एजेंट काम कर रहे हैं। पीडि़त युवाओं ने बताया था कि युवाओं के मलेशिया पहुंचने के बाद किसे कहां काम करना है, यह माधव ही तय करता था।
परिजन बोले, युवाओं से हुआ गलत तो करेंगे जांच में मदद
इधर, मामले में पुलिस ने बुधवार को मुख्य आरोपी माधव के परिजनों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि इस मामले में माधव के परिजनों ने पुलिस को जांच में सहयोग करने की बात कही है। बुधवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने माधवनगर थाने में माधव के परिजनों से पूछताछ की। परिजनों को पुलिस ने बताया कि सुधीर विश्वकर्मा के साथ मिलकर कैसे युवाओं से ठगी की गई है। पुलिस ने मंगलवार को माधव पटेल के खातों की जांच की है।