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लॉकडाउन में किसानों को दोहरी मार, बैंक खाते में आते ही कट जा रही यह राशि, देखें वीडियो

locationकटनीPublished: May 03, 2020 07:10:49 pm

Submitted by:

balmeek pandey

कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। हर इंसान आर्थिक तंगी का सामना करने को मजबूर है, वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन जैसी गंभीर परिस्थितियों में सरकार किसानों से कर्ज वसूलने में लगी हुई है। जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से जिन किसानों ने कर्ज लिया है उसकी कटौती पूरी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा ऋण की आधी वसूली करनी है, लेकिन समितियों व बैंकों द्वारा ऑनलाइन प्रक्रिया बताकर पूरे ऋण की कटौती की जा रही है।

Loan amount being deposited from farmers in lockdown

Loan amount being deposited from farmers in lockdown

कटनी. कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। हर इंसान आर्थिक तंगी का सामना करने को मजबूर है, वहीं दूसरी तरफ लॉकडाउन जैसी गंभीर परिस्थितियों में सरकार किसानों से कर्ज वसूलने में लगी हुई है। जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से जिन किसानों ने कर्ज लिया है उसकी कटौती पूरी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा ऋण की आधी वसूली करनी है, लेकिन समितियों व बैंकों द्वारा ऑनलाइन प्रक्रिया बताकर पूरे ऋण की कटौती की जा रही है। बड़वारा क्षेत्र के जिन किसानों ने समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचा है उनकी राशि कट गई है। किसानों ने विरोध भी दर्ज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं मिल रहा। किसानों का कहना है कि बाजार के कर्ज की भरपाई अब कैसे हो पाएगी। कर्ज की पूरी कटौती से अन्नदाता मायूस नजर आ रहे हैं। जिला सहकारी बैंक बड़वारा में जमकर मनमानी जारी है। किसानों की मानें तो आमदानी का एक मात्र यही जरिया है। किसानों ने कहा कि हमारा जीवन खेती किसानी पर निर्भर है, लेकिन लॉकडाउन के चलते आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। गेहूं बिकने के बाद हालात अच्छे होने की उम्मीद थी, लेकिन कोई राहत नहीं मिल रही।

किसानों ने बताई समस्या
किसान अवधेश सिंह निवासी ग्राम झरेला ने बताया कि 25 हजार 250 की उपज बेची, जिसमें से 11 हजार 600 रुपये कर्ज के काट लिए गए हैं। राजेश पांडेय विलायतकला व निरंजन कुशवाहा विलायतकला ने भी बताया कि उनकी भी राशि काट ली गई है। बता दें कि किश्त बढ़ाकर 31 मई तक कर दी गई है। 31 मई तक कोई ब्याज नहीं लगेगा। जय किसान ऋण माफी योजना में दूसरी किश्त में 9 हजार 343 किसानों की कर्जमाफी होना है। 53 करोड़ 79 लाख मिलना था। अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है। ऋण माफी में जिनके नाम हैं उनकी राशि अभी नहीं काटी जा रही।

खास-खास:
– जिले के 102 खरीदी केंद्र में एक लाख मिट्रिक टन गेहूं खरीदी का लक्ष्य रखा गया है, उपज विक्रय के लिए 40 हजार 871 कृषकों ने कराया है पंजीयन।
– अभी तक 57 हजार 865 मिट्रिक टन हुई है खरीदी, 35 हजार 86 मिट्रिक टन हुआ है परिवहन, 22 हजार 779 मिट्रिक टन परिवहन बाकी।
– 108.68 करोड़ के भुगतान में 26.16 करोड़ का हुआ है भुगतान, 84.48 करोड़ रुपये का अभी भी बाकी है भुगतान।

इनका कहना है
जिन किसानों द्वारा समिति से ऋण लिया गया है वह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हुई है। जैसे ही किसान उपज बेच रहे हैं और उसकी राशि किसान के खाते में आ रही है वही ऑनलाइन ही कर्ज की राशि कट जा रही है। ऋण अनुसार ही कटौती हो रही है।
राजेंद्र तिवारी, बैंक प्रबंधक बड़वारा।

किसानों द्वारा समितियों के माध्यम से जो कर्ज लिया गया है वह सिर्फ आधा ही काटा जा रहा है। राशि जमा करने के लिए भी 31 मई तक का समय दिया गया है। 31 मई तक कोई ब्याज नहीं लगेगा। यदि कहीं पर पूरी राशि काटी जा रही है तो फिर पता कराया जाएगा।
अरविंद पाठक, प्रबंधक जिला सहकारी बैंक।

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