बैंक के चक्कर होंगे खत्म
बैंक के साथ मिलकर सीएससी संचालक अपने केंद्र से ही खाता खोलने के साथ-साथ जरूरत मंद लोगों को लोन के आवेदन भी स्वीकार करेंगें, इसमे होने वाली कमीशन बाजी से भी राहत मिलेगी साथ ही बैंक आने जाने के समय मे भी बचत होगी। जिले के एक निजी बैंक से जोडऩे के लिए सर्वप्रथम कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक जिन्हें वीएलई कहा जाता है का करेंट एकाउंट जिला प्रबंधक के द्वारा खोला जाएगा। एकाउंट प्रक्रिया पूर्णत: डिजिटल होगी। जिसमें वीएलई की सम्पूर्ण जानकारी, पता, फोटो इत्यादि मोबाइल एप्प से संग्रहित की जाएगी। इसके बाद वीएलइ सेवा प्रदान करने के लिए अपना बैंक मित्र के लिए पंजीयन करेगा और ऑनलाइन परीक्षा पास करेगा। साथ ही आइआइबीएफ का टेस्ट पास करेगा। चयन के बाद उसका पगक्रिया के लिए अनुमति मिलेगी तथा कुछ समय के बाद उसको भौतिक सत्यापन और पुलिस सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी।
इनका कहना है
जिले में करीब अभी तक 150 वीएलइ के एकाउंट ओपन किये जा चुके हैं। लगभग 50 लोगो ने इसके आगे के चरण की प्रक्रिया पूर्ण की है। विभिन्न क्षेत्र सहित 9 लोगों को इस कार्य करने के लिए अनुमति मिल गई है। आने वाले दिनों में हमारा जिले की समस्त पंचायतो में कार्य प्रारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। बैंकिंग सर्विस के उपयोग और जागरूकता के लिए भी कार्य किये जा रहे हैं। इस सेवा से सेविंग, करंट, प्रोपराइटरशिप के एकाउंट के साथ ही होम लोन, सेल्फ हेल्प लोन, पर्सनल, ऑटो, टू व्हीलर लोन के आवेदन किये जा सकते हैं। इस प्रक्रिया को करने पर वीएलइ को इसका पारिश्रमिक कमीशन के तौर पर प्राप्त होगा।
उपेंद्र त्रिपाठी, जिला प्रबंधक।