script50 लाख रुपये से बना गैस चलित शवदाह गृह, पांच माह बाद भी नहीं हुआ चालू, सामने आई बड़ी बेपरवाही | Machine will run with gas to burn dead body | Patrika News

50 लाख रुपये से बना गैस चलित शवदाह गृह, पांच माह बाद भी नहीं हुआ चालू, सामने आई बड़ी बेपरवाही

locationकटनीPublished: Apr 18, 2021 12:56:17 pm

Submitted by:

balmeek pandey

कई माह से नगर निगम के अधिकारी कर रहे ट्रेनर का इंतजार, दूसरे ट्रेनर को ढूंढऩे नहीं हुए कोई प्रयास, जिम्मेदार अधिकारियों को भी नहीं कोई परवाह, मुक्तिधाम में मंहगी मिल रहीं लकडिय़ां, कई जगह समय पर नहीं मिलती लकडिय़ां, परिजन होते हैं परेशान

50 लाख रुपये से बना गैस चलित शवदाह गृह, पांच माह बाद भी नहीं हुआ चालू, सामने आई बड़ी बेपरवाही

50 लाख रुपये से बना गैस चलित शवदाह गृह, पांच माह बाद भी नहीं हुआ चालू, सामने आई बड़ी बेपरवाही

कटनी. नदीपार स्थित मुक्तिधाम में नगर निगम द्वारा 50 रुपये खर्च करके गैस चलित शवदाह गृह बनवाया गया है। यह कवायद प्रदूषण को कम करने व लकडिय़ों की खपत को कम करने की गई है, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि नगर निगम के बेपरवाह अधिकारियों की वजह से चार पांच से मशीन लगकर तैयार है, शवदाह गृह बनकर तैयार है, लेकिन उसे अभी तक चालू नहीं किया गया। इसकी मुख्य वजह है कि अबतक उसे कैसे चलाना है इसके लिए ऑपरेटर नियुक्त नहीं हुआ है। ऑपरेटर इसलिए नहीं है क्योंकि ट्रेनिंग देने वाला चार माह से कटनी नहीं आ पाया।
हैरानी की बात तो यह है कि संकट के इस दौर में भी अधिकारी नहीं चेते और मशीन को चालू नहीं करा पाए, जब लगातार कई मौतें हो रही हैं और परिजनों को समय पर लकडिय़ा नहीं मिल रहीं, जगह की भी समस्या है। सार्वजनिक मुक्तिधाम में लकड़ी भी व्यवस्था एक निजी व्यक्ति के हाथों है, जो पत्थरों से तौल करता है। यहां पर 3500 रुपये में तीन क्विंटल लकड़ी दी जा रही है, जिससे संकट की घड़ी में परिजनों को खासी परेशानी होती है। जबकि मशीन में एक बॉडी को जलाने में नॉर्मल में डेढ़ घंटे का समय लगना है और मात्र एक गैस सिलेंडर की खपत होनी है। याने कि लगभग 900 रुपये का ही खर्च आएगा।

ननि नियुक्त नहीं कर पाया एजेंसी
पहले गैस चलित शवदाह गृह बनाने में बेपरवाही और निर्माण में देरी हुई और अब संचालन में बड़ी बेपरवाही सामने आई है। नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो उसके संचालन के लिए एजेंसी और कर्मचारी नियुक्त करना है, जो नहीं हो पाया। सहायक यंत्री रवि हिनौते ने कहा कि मशीन को चलाने वाला व्यक्ति ट्रेनिंग देने कटनी नहीं पहुंच पा रहा। गुजरात से ट्रेनर आना है, लेकिन लॉकडाउन व उनके पॉजिटिव हो जाने के कारण नहीं पहुंच पा रहा है। कान्ट्रेक्टर मनीष खंपरिया सिहोरा के संपर्क में है, उन्हीं के द्वारा ट्रेनिंग दिलवाई जानी है। नगर निगम के अधिकारी सिर्फ उसी ट्रेनर के इंतजार में बैठे हैं।

इनका कहना है
गैस चलित शवदाह गृह बनकर पांच माह पहले से तैयार है। इसके संचालन के लिए एजेंसी नियुक्त करना था वह नहीं हो पाई। अब मुक्तिधाम समिति को संचालित करने कहा गया है। यह मशीन शीघ्र चालू हो इसके लिए पहल की जाएगी।
सत्येंद्र कुमार धाकरे, आयुक्त नगर निगम।

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