ये सब्जियां हो रहीं तैयार
प्रभारी जिला प्रबंधक कृषि एनआरएलएम रामसुजान द्विवेदी ने बताया कि रूफटॉप गार्डन में कई प्रकार की सब्जियां तैयार की जा रहीं हैं। इसमें फलवाली, पत्ते वाली, मसाले वाली, दालवाली सहित अन्य सब्जिया तैयार की जा रही हैं। इसमें लौकी, कद्दू, बरबटी, करेला, गिलकी, पालक, धनिया, भिंडी, लालभाजी आदि शामिल हैं। रूफटॉप गार्डन में ग्रीनशेड भी तैयार किया जा रहा है, ताकि मौसम का प्रतिकूल प्रभाव सब्जियों पर न पड़े। रूफटॉप गार्डन में जैविक खाद निर्माण के लिए पिट तैयार किया जा रहा है। यहां पर जैविक कीटनाशक नीमास्त्र, आग्नेयास्त्र, ब्रम्हास्त्र के अलावा एजोला खाद का निर्माण की तैयारी की गई है। एनआरएलएम की इस पहल की संभागीय कमिश्नर राजेश बहुगुणा व कलेक्टर डॉ. पंकज जैन ने भी सराहना की है।
स्वालंबन के साथ सेहत पर फोकस
बता दें कि एनआरएलएम द्वारा ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए काम किया जा रहा है। स्वसहायता समूह के माध्यमसे उन्हें स्वरोजगार से जोड़कर स्वालंबी बनाया जा रहा है। इन दिनों जिला प्रशासन का फोकस कुपोषण को मिटाने पर भी है। ऐसे में इस विभाग के माध्यम से एक बेहतर समन्वय के साथ कुपोषण को कम करने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया जाएगा। कम स्थान, कम संसाधन के बीच भी लोग हर दिन ताजी सब्जी का उपयोग कर सकेंगे।
इनका कहना है
जिला पंचायत की छत पर रूफटॉप गार्डन तैयार किया गया है। इसमें कई प्रजाति की सब्जियां उगाई गई हैं। इसके माध्यम से जिले में कुपोषण को कम करने, बगैर किसी नुकसान के जैविक खाद व कीटनाशक से सब्जी तैयार करने के लिए सलाह दी जा रही है। जिले के अधिकांश लोग रूफटॉप गार्डन पद्धति को अपनाएं इस पर फोकस होगा।
शबाना बेगम, जिला परियोजना प्रबंधक एनआरएलएम।