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भर्रेशाही पर नहीं विराम, समय पर नक्शा न जारी करने जारी है खेल

locationकटनीPublished: Jan 09, 2021 09:35:42 am

Submitted by:

balmeek pandey

अनुमति के लिए नगर निगम के चक्कर काटने मजबूर होते हैं लोग, आर्किटेक्ट, उपयंत्री और डीसीआर की जारी है मनमानी
 

Nagara nigam commissioner took meeting in katni

Nagara nigam commissioner took meeting in katni

कटनी. शहरी क्षेत्र में नगर निगम से मानचित्र स्वीकृत कराकर नियमों का पालन करते हुए निर्माण किया जा सकता है, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों की बेपरवाही के कारण न तो अनुमति ली जा रही और ना ही नक्शा लिया जा रहा। मनमाने निर्माण से जहां शहर बदरंग हो रहा है तो वहीं अरबों रुपये के राजस्व की क्षति पहुंच रही है। जानकारी के अनुसार मानचित्र स्वीकृत कराने के लिए एबीपीएस-2 (ऑनलाइन बिल्डिंग परमीशन सिस्टम) योजना शुरू की गई है, ताकि लोगों को परेशानी न हो, इसके बाद भी समस्या बरकरार है और समय पर नक्शा न जारी करने का खेल जारी है। नवंबर 19 से अबतक पोर्टल में 438 नक्शा स्वीकृति के लिए सबमिट हुए हैं, जिसमें से 224 पेंडिंग पड़े हैं। 16 मानचित्र आवेदन रिजेक्ट हो गए हैं व 45 कमी के चलते रिटर्न कर दिए गए हैं। इसमें बिल्डिंग क्लर्क लेवल पर 12, उपयंत्री 25, डीसीआर 27, कॉलोनी सेल 12, बिल्डिंग ऑफिसर 5, आयुक्त 1 और आर्किटेक्ट के लेवल पर 174 मानचित्र पेंडिंग पड़े हैं। इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।

2019 से चल रहा सिस्टम
जानकारी के अनुसार नगर निगम में जमकर मनमानी की जा रही है। आपको जानकर ताज्जुब होगा कि 28 नवंबर 2019 से ऑनलाइन बिल्डिंग परमीशन सिस्टम चालू है, लेकिन अभी तकमात्र 198 नक्शे ही पास हुए हैं। जबकि नवंबर 19 से लेकर अबतक दो हजार से अधिक निर्माण हुए हैं, जिनमें न तो अनुमति है और ना ही मानचित्र स्वीकृत हुआ।

खास:खास
– नक्शा पास कराकर निर्माण कराने से नियमों के तहत भवन का निर्माण होता है। इसमें पार्किंग, खुली जगह, ऊंचाई, वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सहित सुरक्षा उपाय आदि का ध्यान रखना पड़ता है।
– आर्किटेक्ट के माध्यम से आवेदन व शुल्क जमा कराकर निर्माण कराने से विकास शुल्क सहित कार्यालय के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलती है व निगम नियमों के विपरीत निर्माण होने से कार्रवाई कर सकता है।
– आवेदन के 30 दिवस के अंदर नगर निगम को नक्शा जारी करना होता है अनिवार्य न होने की दशा में लोग मनमाने ढंग से शुरू कर देते हैं निर्माण, क्षेत्रीय यंत्री और उपयंत्री सांठगांठ के चलते नहीं करते कार्रवाई।

इनका कहना है
हमारी तरफ से समय पर नक्शा स्वीकृत कर दिए जाते हैं। उपयंत्री, आर्किटेक्ट क्लर्क लेबल पर देरी हो रही है। समय पर लोगों के नक्शे पास हों इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। विलंब पर कार्रवाई की जाएगी।
सत्येंद्र धाकरे, आयुक्त नगर निगम।

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