scriptमिलर्स की मनमानी ने बढ़ाई अफसरों की परेशानी | Miller's arbitrariness increases the hassle of officers | Patrika News

मिलर्स की मनमानी ने बढ़ाई अफसरों की परेशानी

locationकटनीPublished: Jan 15, 2019 10:22:53 pm

दस माह बाद भी जमा नहीं हो सका अनुबंध का चावल, 3 हजार क्विंटल बकायामिलिंग अनुबंध के बाद समय पर चावल जमा करवाने में असफल नान के अधिकारी

paddy

dhan khbar

कटनी. सरकारी धान की मिलिंग के मामले में मिलर के आगे बेबस साबित हो रहा मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन (नान) विभाग। धान की मिलिंग में अधिकारियों की बेपरवाही का आलम यह है कि अनुबंध के लगभग दस माह बाद भी मिलर से पूरा चावल नहीं जमा करवा सके। बीते साल 50 से ज्यादा मिलर से 15 लाख क्विंटल धान का अनुबंध मिलिंग के लिए हुआ था। इसमें 3 हजार क्विंटल चावल अब तक जमा नहीं हो सका। तो इधर नए साल में धान खरीदी के बाद फिर से मिलिंग के लिए अनुबंध की तैयारी चल रही है। नान के प्रबंधक ओपी पगारे का कहना है कि मिलर को अनुबंध के बाद समय पर चावल जमा करवाने के लिए कई बार पत्र भी जारी किया। साईं राइस मिल का लगभग 3 हजार क्विंटल चावल जमा करवाना शेष रह गया है। जिसे जमा करवाया जा रहा है।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी समाप्ति तारीख करीब आने के साथ ही नए साल में मिलिंग के लिए मिलर से अनुबंध की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए जल्द ही मिलर का रजिस्ट्रेशन होगा। कटनी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 25 जनवरी तक चलेगा।
नान प्रबंधक ओपी पगाने ने बताया कि धान खरीदी के बाद समय पर उठाव के लिए ट्रांसपोर्टर को निर्देश दिए गए हैं। अब तक करीब 13 लाख क्विंटल धान खरीदी में 10 लाख क्विंटल का उठाव हो गया है। शेष 3 लाख क्विंटल का उठाव जल्द हो जाएगा।

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