कलेक्टर एसबी सिंह ने बताया कि केंद्रीय टीम ने चावल की गुणवत्ता की जांच कटनी सहित पूरे प्रदेश में प्रारंभ की है। इस बीच मिलर्स द्वारा चावल की आपूर्ति क्यों कम की गई इस बारे में नान के प्रबंधक पीयूष माली से जानकारी लेंगे। कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे समझें चावल की गुणवत्ता में गोलमाल
– 14 लाख 3 हजार 490 क्विंटल धान जिले के 54 मिलर्स ने उठाया है। समय पर मिलिंग कर गुणवत्तायुक्त चावल जमा करने के लिए।
– 8 लाख 60 हजार 359 क्विंटल चावल ही 31 अगस्त तक सरकारी गोदाम में मिलर्स ने जमा करवाया। 29 अगस्त से रूकी मिलिंग के बाद चावल की सप्लाई।
– 29 अगस्त से एफसीआइ की टीम ने चावल की गुणवत्ता जांच प्रारंभ की है। इसी दिन से चावल की सप्लाई के बाद गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं।
बैकफुट पर नान
गोदाम में जमा चावल और राशन दुकानों में सप्लाई होने वाली चावल की गुणवत्ता पर सवाल उठने के साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम (मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन) नान के अधिकारी बैकफुट पर हैं। कटनी नान के प्रबंधक पीयूष माली चार दिन से चावल सप्लाई की गति धीमी होने पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।