शहर और आसपास खनिज के अवैध खनन और परिवहन का आलम यह है कि लॉकडाउन एक में जब खनिज से संबंधित वाहनों के चलने पर प्रतिबंध था, तब भी शहर में ऐसे वाहन बेधड़क चले। नागरिकों को आरोप है कि खनन माफिया हर माह रायल्टी में सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगा रहे हैं। जिम्मेंदार विभाग के अधिकारी-कर्मचारी कार्रवाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर रहे हैं।
इस संबंध में खनिज अधिकारी संतोष सिंह बताते हैं कि गैतरा भरौली में अवैध खनन पर कार्रवाई के लिए खनिज निरीक्षक को निर्देश दिए हैं। विभाग में सैनिक व बल की कमीं के कारण ऐसे मामलों में कार्रवाई के लिए पुलिस सहयोग की जरूरत पड़ती है।