पीड़ित के पिता के अनुसार 19 जनवरी की शाम 8 बजे वह खेत में अपनी फसल को पानी देने के लिए गया था। घर पर पत्नी व दो बेटियां ही थीं। उसी दौरान रात में बेटी बिना बताए घर से कहीं चली गई। वह जब में सुबह खेत से घर लौटे तो पत्नी ने बताया कि बेटी कहीं चली गई है। इस पर आसपास उसकी तलाश की गई लेकिन वह कहीं नहीं मिली। ऐसे में 20 जनवरी की सुबह करीब 9 बजे पीड़ित के चाचा ने बताया कि बच्ची को पकड़कर गांव का सोनू लोनी (18) कहीं ले जा रहा था जिसे वो पकड़कर पुलिस थाना सिहोरा लाए।
इसके बाद मैं पीड़ित के पिता ढीमरखेड़ा थाने गए तो ढीमरखेड़ा पुलिस सिहोरा थाने ले गई और सिहोरा थाने से नाबालिग बेटी व सोनी लोनी को लेकर पुलिस ढीमरखेड़ा लौटी। इसके बाद पीड़ित के पिता से कहा गया कि मैं रुपयों की व्यवस्था कर लूं ताकि बेटी का इलाज करवाया जा सके। इस तरह पुलिस ने पिता को घर भेज दिया।
पीड़ित के पिता ने आरोप लगाया है कि ढीमरखेड़ा पुलिस, आरोपी सोनू को बचाना चाहती है। उसे ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र से भगा दिया गया है। पीड़ित के पिता ने एसपी को सौंपी शिकायत में दुष्कर्म व अपहरण की रिपोर्ट दर्ज किए जाने की मांग की है। मामला एसपी के संज्ञान में आने के बाद परिजनों की मांग पर पीड़ित बच्ची को महिला थाने भेजा गया।
इस मामले में एसपी मयंकी अवस्थी का कहना है कि मामले में कार्रवाई की जाएगी, जिन्होंने मामले पर कार्रवाई नहीं की, उसकी भी जांच होगी। दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।