आरक्षक ने की यह पहल
दीपक सिंह फल व अन्य सामग्री लेकर वृद्धाश्रम जाकर वृद्ध महिला से मिला व सहजता से महिला से स्थानीय भाषा में बात की। परिजनों की जानकारी लेने में लग गया, काफी प्रयास के बाद महिला भाषा में अपने पते के बारे में भौगोलिक जानकारी देने लगी तो आरक्षक द्वारा महिला का फोटो बिहार के 02-03 संभावित जिलों में व्हाट्सअप के माध्यम से भेजी। आरक्षक के लगातार प्रयास के बाद वृद्ध महिला के जिले सारन की जानकारी प्राप्त हुई। आरक्षक ने वृद्ध महिला को वृद्धाश्रम से बाहर अपनी मोटर सायकिल में ले जाकर 1 घण्टे घुमाया और पुन: वृद्धाश्रम में पहुंचा दिया।
छलक पड़े आंसू
आरक्षक लगातार प्रयास करता रहा और उसके सार्थक प्रयास से आखिर सफलता मिल ही गई। वृद्ध महिला का सही नाम पता कमलादेवी पति राजकुमार शाह (65) निवासी मानें जिला सारन बिहार है। 21 अक्टूबर को महिला के पति राजकुमार शाह, पुत्री सीतादेवी शाह व दामाद बाल्मीकी शाह सुबह थाना कुठला आए, जिनके जलपान की व्यावस्था करवाकर, थाना प्रभारी कुठला विपिन सिंह, प्रधान आरक्षक अविनाश मिश्रा, आरक्षक दीपक सिंह वृद्धाश्रम लेकर पहुंचे। इसकी जानकारी सरोज नायक बच्चन को दी गई। वृद्ध महिला को जैसे ही परिवारजनों ने देखा तो सभी के खुशी के आंसू आ आ गए और महिला अपनी बेटी से गले लगकर भावुक होकर रोने लगी। देखते ही देखते वृद्धाश्रम में रह रहे महिला पुरुष सभी आ गए। और सभी की आंखों से आंसू बहने लगे। वृद्धाश्रम का माहौलगमगीन हो गया। बताया जा रहा है कि वृद्धा के भाई की सितंबर 19 में मृत्यु हो गयी हो गयी थी, उसी समय से महिला परिवारजनों से बिछड़ गर्द थी। परिवारजनों द्वारा बिहार नेपाल, उप्र आदि स्थानों पर अपने स्तर पर काफी प्रयास किये थे।
नहीं रही विशेष भूमिका
लगभग 02 वर्षों से अधिक समय से अपने परिवार से बिछडी महिला को उसके परिजनों से मिलवाने में पुलिस अधिक्षक सुनील कुमार जैन के निर्देशन में निरीक्षक विपिन सिंह थाना प्रभारी कुठला, आरक्षक दीपक सिंह, प्रआर अविनाश मिश्रा द्वारा कड़ी मेहनत एवं सतत प्रयास से उसके परिजनों का 20 दिवस में पता कर उसे उसके परिवार से मिलवाने में सफलता प्राप्त की है।