कटनीPublished: Nov 03, 2018 12:13:10 pm
raghavendra chaturvedi
कई महिला कर्मचारियों का पुरुषों से मिलते-जुलते नाम, चुनाव में पुरुष समझकर लगी ड्यूटी तब माना सब नाम का चक्कर
mp election Confusion of the name when the problem of female employees
कटनी (राघवेंद्र चतुर्वेदी). शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न करवाने में शासकीय कर्मचारियों की भूमिका किसी से छिपी नहीं है। यह बात आला अफसरों को भी पता होता है, यही कारण है कि चुनाव के दौरान ड्यूटी भी सोच समझकर परिपक्व कर्मचारियों का लगाने का प्रयास रहता है। इस समय जब चुनाव में ड्यूटी लगाने और किसी भी जोर जुगत लगाकर कटवाने का प्रयास चल रहा है तब ऐसे में हम बता रहे हैं आपको कुछ ऐसे नाम की। जिसमें नाम के कारण ही महिला कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई।
जी हां, कुछ नाम जो महिला व पुरुष के मिलते-जुलते हैं। एक समान ऐसे नाम ने इन दिनों चुनाव ड्यूटी लगाने वाले कर्मचारियों की परेशानी बढ़ा दी है। कई महिलाओं की चुनाव ड्यूटी उनका नाम पुरूषों जैसे होने के कारण लग गया। चुनाव में ड्यूटी लगने की जानकारी जब इन महिला कर्मचारियों तक पहुंची तो परेशान हो गए।
अब चुनाव ड्यूटी कटवाने के लिए कार्यालय में कोई अपने अधिवक्ता लेकर पहुंच रहे हैं तो कई पति के साथ ही परेशानी बताने पहुंचे। चुनाव संचालन के लिए संचालित मैन पावर मैनेजमेंट कक्ष ऐसे अजब-गजब समस्या लेकर लोग पहुंच रहे हैं। महिला कर्मचारियों का यही कहना था कि महिला होने के बाद भी ड्यूटी कैसे लगी, जबकि फिलहाल महिला कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लग रही है।
मेरीलाल महिला हैं, इनकी ड्यूटी पुरूष मानकर लग गई। अखिलेश व मिथिलेष नाम की महिला की ड्यूटी इसलिए लग गई कि नाम के आगे श्रीमती या कुमारी नहीं था। मैन पावर के नोडल अधिकारी इंद्रभूषण तिवारी कहते हैं कि कुछ महिला कर्मचारियों की ड्यूटी तो बाबूओं की गलती की वजह से भी लग रही है। जैसे ओएफके की महिला कर्मचारी कनुप्रिया के नाम को के शर्मा बताकर अपडेट कर दिया गया और उनकी ड्यूटी पुरुष मानकर लग गई। ऐसे कई नाम हैं जिनकी ड्यूटी पुरुष मानकर लगी।
कलेक्टर केवीएस चौधरी कहते हैं कि नाम के पुरुष व महिला स्पष्ट करना था। कई विभाग के कर्मचारियों ने ऐसी जानकारी अपडेट नहीं की। कुछ महिलाओं के नाम पुरुषों से मिलते-जुलते होने के साथ ही संबंधित विभाग द्वारा नाम सिस्टम में अपडेट किये जाने के दौरान भी पुरुष लिख दिया गया। अब नाम से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि ये महिला हैं और धोखे से कर्मचारियों ने चुनाव में ड्यूटी लगा दिया। इनकी शिकयतें आने के बाद नाम कटवाया गया।