कटनीPublished: Nov 11, 2018 11:27:02 am
raghavendra chaturvedi
मुड़वारा विधानसभा में महज 2.2 प्रतिशत मंडी टैक्स ने बंद कर दी दो सौ दाल मिलें, छूट मिली भी तो कुछ माह पहले, गर्मी में दो दिन में पीने का पानी
mp election How is this bridge that could not be built in ten years?
कटनी (राघवेंद्र चतुर्वेदी). मुड़वारा कटनी विधानसभा, शहर की इस सीट पर रेलवे स्टेशन मुख्य द्वार से मिशन चौक तक सड़क के दोनों ही किनारों पर जाम और अव्यवस्थित यातायात। मिशन चौक से मुड़वारा रेलवे स्टेशन पहुंच मार्ग पर गड्ढ़ों के कारण हिचकोले खाते वाहन चालक, आगे दांयी ओर मुडऩे पर जिला अस्पताल। प्रतिदिन पांच सौ से ज्यादा ओपीडी वाले इस अस्पताल में डॉक्टर ने किसी मरीज को सोनीग्राफी या एक्सरे करवाने कह दिया तो समझें इलाज में दो दिन का इंतजार। बात चाहे सड़क की हो या स्वास्थ्य की। शहर के नागरिकों सिर्फ आश्वासन ही हाथ आया।
बाजार क्षेत्र में सुभाष चौक से सराफा और आगे गर्ग चौराहे से चांडक चौक। कहीं जल्दी पहुंचना तो जाम आपका रास्त हर दस मीटर में रोक देता है। एक किलोमीटर की दूरी तय करने में वाहनों को 20 मिनट तक का समय लगना आम बात हो गई है। जाम, शहर की बड़ी समस्या है। निजात दिलाने के दावे तो बहुत हुए। योजनाएं बनी, लेकिन धरातल पर नहीं उतरी। गर्मी आने से पहले नागरिकों को पीने के पानी की चिंता सताने लगती है। एक दिन में एक समय और जैसे-जैसे गर्मी बढ़ी दो दिन में एक बार पानी।
शहर में मिशन चौक ओवरब्रिज निर्माण का काम शुरु हो गया। गाटरघाट पर पुल बन रहा है। चांडक चौक से जोहिला तक सड़क चौड़ीकरण के लिए नगर निगम को 12 करोड़ रुपये की राशि मिलना और चाका बाइपास से पीरबाबा तक वीआइपी सड़क की बात से नागरिकों को दिलासा दिया जा सकता है।
बात भाजपा और कांग्रेस के चुनाव प्रत्याशियों की करें तो क्षेत्र से विधायक संदीप जायसवाल हैं। महापौर भी रह चुके हैं। जिला मुख्यालय का विधानसभा होने के कारण मुड़वारा शहर की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। यहां लगातार तीन पंचवर्षीय से भाजपा के विधायक हैं। 2003 में अलका जैन, 2008 में गिरिराज किशोर और 2013 में संदीप जायसवाल भाजपा से विधायक चुने गए। विपक्ष में नगर निगम से नेता प्रतिपक्ष मिथिलेष जैन हैं। शहर में नागरिकों से जुड़े स्थानीय मुद्दे प्रमुखता से उठाते रहे हैं। दोनों ही पांच साल और उससे पहले भी जनता के बीच ही रहे हैं।
यहां प्रमुख समस्याओं में मेडिकल कॉलेज की मांग पांच साल से ज्यादा समय हो रही है। केंद्र सरकार द्वारा खजुराहो, दमोह और सतना संसदीय क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा के बाद कटनी में मेडिकल कॉलेज खुलवाने 15 फरवरी से क्रमबद्ध आंदोलन हुआ। नागरिक सड़क पर उतरे। सीएम तक को ज्ञापन सौंपा गया, पर शहर को कॉलेज नहीं मिला।
दो सौ दाल मिलें दूसरे राज्य से तुअर मंगवाने पर 2.2 प्रतिशत मंडी टैक्स के बाजार प्रतिस्पर्धा में नहीं टिक पाने के कारण बंद हो गई। 7 जनवरी 2017 से लागू मंडी टैक्स 2 अगस्त को सीएम का कटनी में जनआशीर्वाद यात्रा से एक दिन पहले तक लागू रहा। ज्यादा नुकसान दाल मंगवाने पर छूट से हुआ।
शहर के अंदर चांडक चौक से गर्ग चौराहा, मिशन चौक से स्टेशन चौक के बीच आए दिन लगने वाले जाम से यहां जिंदगी जैसे घिसट रही है। समस्या से निजात दिलाने 2013 में जनहित याचिका लगी। हाइकोर्ट ने सड़क बनाने कहा। पांच साल में सड़क का काम शुरू नहीं हो सका।
बाजार क्षेत्र से लेकर अलग-अलग वार्ड और कॉलोनी में जगह-जगह पसरी गंदगी नागरिकों को बीमार कर रही है। डेंगू व दूसरी बीमारियों से मौत में लगातार इजाफा हो रहा है। सफाई में कचरा उठाने का ठेका निजी कंपनी के पास है। कचरा उठाने में लापरवाही की शिकायत से नागरिक परेशान हैं।
33 साल पहले पुरैनी में ट्रांसपोर्ट नगर की नींव रखी गई। 2009 तक ट्रांसपोर्ट नगर बसाने 6 करोड़ के काम हुए। ट्रांसपोर्टर चार करोड़ रुपये जमा कर चुके हैं। 2013 से खास प्रगति नहीं होने से अब तक ट्रांसपोर्ट नगर नहीं बसा।
सिटी बस 2012 से शहर की सड़कों पर उतारने का प्रयास हो रहा है। 6 बार से ज्यादा टेंडर हुआ। अब तक बस सड़क पर नहीं उतरी। सिटी बस नहीं होने से ऑटो व आवागमन के दूसरे साधनों पर मंहगा किराया देने विवश हैं।
शहर का प्रमुख मुद्दा कटनी नदी पुल निर्माण की धीमी रफ्तार है। निर्माण की आधारशिला फरवरी 2008 में तत्तकॉलीन भाजपा विधायक अलका जैन के कार्यकाल में रखी गई। इसके बाद नवंबर में हुए चुनाव में भाजपा विधायक गिरिराज किशोर पोद्दार के कार्यकाल में पुल को सीधे के बजाए धनुषाकार बनाने का प्रस्ताव रखा। इंजीनियरों ने डिजाइन बनाकर दिया तब तक रेट बढ़ गया। 2013 में भाजपा से विधायक संदीप जायसवाल चुने गए। लगातार पुल का काम चल रहा है, अब पूरा नहीं हुआ। नागरिकों का कहना है कि विभाग ने पुराने पुल को जर्जर घोषित कर रखा है। कभी भी पुराना पुल गिरा तो नया पुल नही बनने से लोग कैसे आवागमन करेंगे।
शहर को पूरे साल में 6 माह ही दोनो समय पीने का पूरा पानी मिलता है। पेयजल समस्या गर्मी में विकराल रुप लेती है। नर्मदा का पानी लाने की योजना पांच साल बाद भी जमीन पर नहीं उतरी। यही हाल केडीए का है। 2009 में कटनी विकास प्राधिकरण का गठन किया गया। उद्देश्य था सस्ते आवासीय कॉलोनी का निर्माण। नौ साल में एक भी योजना मूर्तरुप नहीं ले सका। बसस्टैंड के समीप 11 साल से आडोटिरयम का निर्माण पूरा नहीं होने से नागरिकों को लाभ नहीं मिल रहा।
मुड़वारा विधानसभा में 2013 में हुए चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संदीप जायसवाल को 87396 वोट मिला था। कांग्रेस प्रत्याशी फिरोज अहमद ने 40258 मत पाया। जीत हार का अंतर 47138 मतों का रहा। इस चुनाव में भाजपा को 63.07, कांग्रेस को 29.05
बसपा के रविंद्र गुज्जु वर्मा को 3.21 और लोसपा के विंद्धेश्वरी पटेल को 0.98 प्रतिशत मत मिला।
बीते पांच सालों के दौरान विधायक निधि में खर्च राशि की बात करें तो दो साल, वित्तीय वर्ष 14-15 और 15-16 में 54 कार्यों के लिए विधायक निधि से अनुशंसा तो 1 करोड़ 54 लाख रुपये का हुआ लेकिन एजेंसी से 1 करोड़ 5 लाख रुपये ही व्यय हुआ। इसके बाद के तीन साल, वित्तीय वर्ष 16-17, 17-18 व 18-19 में 172 कार्यों के लिए 5 करोड़ 55 लाख रुपये की अनुशंसा में 3 करोड़ 61 लाख 34 हजार रुपये ही व्यय हुआ। वित्तीय वर्ष 14-15 और 15-16 में 77-77 लाख रुपये की अनुशंसा में 60 और 45 लाख खर्च हुआ तो 16-17, 17-18 और 18-19 में प्रत्येक साल 1 करोड़ 85 लाख की अनुशंसा में क्रमश: 181.34, 85 और 95 लाख रुपये की राशि ही एजेंसी से व्यय हुआ।
दाल मिल बना टाइल्स गोदाम