चारों सीटों से इनके नामांकन हुये रद्द
– कटनी-मुड़वारा विधानसभा से संतोष शुक्ला, अरुण कनौजिया, रमाकांत पाठक, रूपचंद चेलानी, मोहम्मद सरफराज, राकेश कुमार शुक्ला, हारून रसीद, विनय कुमार, श्यामलाल भूमिया, सुरेश पटेल और मंजूषा गौतम।
-बड़वारा विधानसभा किन्नर प्रत्याशी दुर्गाबाई ने नामांकन दाखिल किया था, जाति प्रमाण पत्र जमा करने के कारण फार्म रिजेक्ट हो गया है। दूसरे उम्मीदवार प्रेमचंद मांझी ने दो नामांकन दाखिल किए थे। पहला नामांकन कांग्रेस पार्टी से और दूसरा नामांकन निर्दलीय से रहा। कांग्रेस पार्टी वाले नामांकन में बी फार्म होने के कारण आरओ ने जांच के उपरांत रद्द कर दिया। प्रत्याशी निर्दलीय नामांकन से चुनाव लड़ सकेंगे।
– बहोरीबंद विधानसभा से राजबहादुर सिंह रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया एवं सीताराम सिंह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का नामांकन रद्द हुआ है। इन दोनों के फार्म में कमी होने पर रिटर्निंग ऑफिसर ने शिक्षकों की उपस्थिति में नामांकन को रद्द किया है।
मोती कश्यप के नामांकन पर जताई आपत्ति
नामांकन में समीक्षा के दौरान रघुनाथ प्रसाद शुक्ल निवासी पौड़ी कला तहसील ढीमरखेड़ा विधानसभा बड़वारा ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं आरओ को दस्तावेजों सहित लिखित शिकायत सौंपकर बड़वारा विधानसभा से उम्मीदवार मोती कश्यप के नाम पर आपत्ति जाहिर की। उन्होंने शिकायत पत्र देकर कहा कि हर विभाग में ऑनलाइन द्वारा बनने वाले जाति प्रमाण पत्र लगते हैं। 2010 से डिजिटलाइजेशन हो गया है। 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा मोती कश्यप को मैदान में उतारा गया है यह विधानसभा रिजर्व है। इनके द्वारा सन 1990 से फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर दूसरों का हक छीना जा रहा है। इनके द्वारा फर्जी सर्टिफिकेट लगाया गया है। जबकि बेटी दीप्ति बाला को अन्य पिछड़ा वर्ग से स्कालरशिप प्राप्त की है।