हो रही यह मनमानी
एमएसडब्ल्यू कंपनी द्वारा प्रबंधन द्वारा जमकर मनमानी की जा रही है। धर्मकांटा तौल पर्चियां नहीं लगाई जा रहीं। इंडीपेडेंट इंजीनियर द्वारा मिट्टी-मलबा की कटौती भी नहीं की जा रही और ना ही ठीक से डिफरेंस डिटेल लगाई जा रही। प्राइमरी और सेकंडरी कलेक्शन रिपोर्ट भी तैयार नहीं हो रही, यह बात जांच में भी सामने आ चुकी है, इसके बाद भी ननि अधिकारी कंपनी पर मेहरबान हैं। व्हीकल ट्रिप सीट में भी बेपरवाही की जा रही है। 100 प्रतिशत डोर-टू-डोर कलेक्शन में भी मनमानी जारी है।
इनका कहना है
एमएसडब्ल्यू को अभी तक मेरे द्वारा कोई भुगतान की फाइल नहीं की गई। अनुबंध के अनुसार ही भुगतान किया जाएगा। यदि राशि बढ़ाई गई है तो इसकी जांच कराई जाएगी। नियमानुसा ही भुगतान होगा।
सत्येंद्र कुमार धाकरे, नगर निगम आयुक्त।