कटनीPublished: Dec 19, 2017 10:41:55 am
mukesh tiwari
नगर निगम का 2017 स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यमवर्गीय शहरों में देश में रहा चौथा स्थान, ट्रांसपोर्ट नगर, सिटी बस सेवा जैसी बड़ी योजनाएं रह गईं अधूरी
Municipal Corporation katni Year Inder 2017
कटनी. वर्ष 2017 की शुरुआत के साथ ही नगर में बड़ी योजनाओं के पूरा होने की उम्मीद सिर्फ उम्मीद ही रह गई। शहर ने स्वच्छता सर्वेक्षण में देशभर में नाम कमाया लेकिन बड़े काम इस साल भी अधूरे रह गए। जिसमें ट्रांसपोर्ट नगर की शुरुआत, सिटी बस सेवा जैसी बड़ी योजनाएं शामिल हैं। नए साल की शुरुआत को चंद दिन बाकी हैं और एक बार फिर लोगों की उम्मीद वर्ष 2018 से लग गई है। स्वच्छता के पैमाने में नगर निगम अपना स्थान सुनिश्चित करने में आगे रहा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2017में कटनी को देशभर के मध्यमवर्गीय शहरों की श्रेणी में स्वच्छता के लिए चौथा स्थान मिला और अब नंबर 1 बनने के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण २०१८ की भी नगर निगम ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। स्वच्छता को ही लेकर प्रदेश भर के महापौर नवंबर माह की शुरुआत में कटनी में जुटे थे और उसमें भी आगे बढऩे के लिए मंथन किया गया।
लाइब्रेरी का बदला स्वरूप
वर्षों से शहर की एकमात्र वेंकट लाइब्रेरी कबाड़ में तब्दील थी। एक माह पूर्व ही नगर निगम ने उसका कायाकल्प कर आधुनिक रूप दिया। जिसमें विधायक संदीप जायसवाल ने अपनी निधि से २४ लाख रुपये की राशि दी। इसके अलावा शहर में अमृत प्रोजेक्ट अंतर्गत करोड़ों की लागत से सीवर लाइन डालने का कार्य प्रारंभ कराया गया है तो योजना से ही कई वार्डों में पाइप लाइन का विस्तार भी कराया जा रहा है। वहीं नगर निगम के 127 दैनिक वेतन भोगियों को स्थायीकरण की सौगात वर्ष 2017 में मिली।
दुगाड़ी नाला को भोगा दंश
सुविधा के लिए मुख्य मार्ग पर विश्राम बाबा के पास दुगाड़ी नाला के पुल का चौड़ीकरण कार्य साल के अंत तक चर्चा का विषय रहा। लोगों ने पुल निर्माण के दौरान बंद कर दिए गए मार्ग से असुविधा का दंश भोगा। निर्माण में बनाए गए वैकल्पिक मार्ग के डामरीकरण के लिए धरना प्रदर्शन से लेकर अधिवक्ताओं, राजनैतिक दलों ने चंदा तक एकत्र किया। पुल को अक्टूबर माह में पूरा होना था लेकिन अभी तक अधूरा पड़ा है।
शिफ्ट नहीं हो पाए ट्रांसपोर्ट
शहर की यातायात व्यवस्था का सुधारने वर्षों से ट्रांसपोर्ट नगर की बाट लोग जोह रहे हैं। इस साल उम्मीद थी कि पुरैनी में 1025 लाख की लागत से शुरू हुए काम में नगर निगम जनवरी माह तक भूखंडों के आवंटन का बात कह रहा है लेकिन ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का कहना है कि आधा सैकड़ा व्यापारियों को पैसा जमा करने के बाद भी अभी तक अपने भूखंडों की जानकारी ही नहीं है। सिटी बस सेवा की शुरुआत के लिए भी निगम दो बार टेंडर निकाल चुका है लेकिन सालभर मेंं संचालन के लिए आपरेटर ही सामने नहीं आए हैं। अब तीसरी बार टेंडर मंगाए गए हैं। शहर की सबसे बड़ी परेशानी पार्किंग है और उसके लिए भी योजना ही सालभर में बन सकी है।
खास बातें-
– दो बार टेंडर होने के बाद भी शुरू नहीं हो पाई सिटी बस
– सीवर लाइन का शहर में शुरू हुआ काम
– पाइप लाइन विस्तार कार्य भी प्रारंभ
– चांडक चौक से जुहला तक नहीं हो पाया चौड़ीकरण
– सालभर चला बैठकों का दौर विकसित नहीं हो पाए तीन पार्क
इनका कहना है…
स्वच्छता सर्वेक्षण साल भर की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। ट्रांसपोर्ट नगर, सिटी बस सेवा के साथ कचरे से खाद बनाने का प्रोजेक्ट भी जल्द शुरू कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। सीवरेज सिस्टम, पाइप लाइन विस्तार भी बड़ी उपलब्धि रही है और नए साल में आवास योजना में मकान उपलब्ध कराने से लेकर सभी बड़ी योजनाओं को शुरुआत में ही पूरा कराने का प्रयास प्राथमिकता रहेगी।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर