पहचान छिपाने जलाया गया शव!
जानकारी के अनुसार हत्या के बाद मृतक की पहचान छिपाने के लिए शव जलाए जाने की आंशका है। शव के आसपास प्लास्टिक की बोरी, लकड़ी सहित अन्य कचरा जला हुआ मिला है, जिससे यह आशंका है कि शव जलाने के लिए कचरे का उपयोग किया गया है। शव के ऊपर कचरा डालकर उसमें आग लगाई गई है। आग लगने से कचरा तो जल गया लेकिन शव मामूली रूप से जला है।
घटनास्थल में पुलिस को शराब की बोतल और एक जोड़ी सेडिंल (चप्पल) भी मिली है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसके अलावा मृतक के शरीर से गायब कपड़ों की तलाशी के लिए भी पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में सर्चिंग की लेकिन कपड़़े नहीं मिले।
रात 12 से सुबह 4 के बीच हुई वारदात
ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल से लगा हुआ श्मशानघाट भी है। दीवाली का त्यौहार होने व श्मशानघाट में कुछ परिवारों की समाधी होने के कारण देररात तक ग्रामीणों का खुद यहां आना-जाना रहा। कई ग्रामीणों ने समाधी पर जाकर दिये भी जलाए, जिससे आशंका है कि रात में 12 से सुबह 4 के बीच सूनसान होने के बाद ही यहां वारदात को अंजाम दिया गया है।
हत्या के 12 घंटे बाद भी पुलिस मृतक की शिनाख्त नहीं कर सकी है। हालांकि अफसरों का दावा है कि आसपास के अधिकांश क्षेत्र में पुलिस टीमें भेजकर शिनाख्तगी के प्रयास किए गए है। चौधरी मोहल्ला सहित उससे लगे मोहल्ले के लोगों को मौके पर भी बुलाया गया, लेकिन मृतक की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
अज्ञात युवक का शव पाया गया है। प्रथम दृष्टया पत्थर पटककर हत्या करना सामने आया है। शव को जलाने का प्रयास किया गया है। अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। शव की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे है।
अखिलेश गौर, एसडीओपी, स्लीमनाबाद