कटनीPublished: Apr 17, 2019 02:23:03 pm
mukesh tiwari
चुनाव ड्यूटी से बचने बीमार होने का भी नहीं चला बहाना!, मेडीकल बोर्ड में आधा सैकड़ा पहुंचे जांच कराने, सात ही पाए गए निर्वाचन कार्य में असमर्थ
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कटनी. साहब एक साल पहले एक्सीडेंट हुआ था, चलने में तकलीफ है। हार्ट का पेशेंट हूं और तनाव लेते हुए काम नहीं कर सकता। कुछ इस तरह की तकलीफ बताते हुए लोकसभा निर्वाचन कार्य से पृथक रहने अधिकारी, कर्मचारी आवेदन प्रस्तुत कर रहे हैं। कर्मचारियों के आवेदन के आधार पर मैन पॉवर शाखा द्वारा उन्हें मेडीकल बोर्ड जांच को भेजा जा रहा है। बोर्ड में अभी तक आधा सैकड़ा लोग जांच कराने पहुंचे हैं और उनमें से सात लोग ही निर्वाचन कार्य के लिए असमर्थ पाए गए हैं। शेष लोगों को अब ड्यूटी करनी होगी। लोकसभा चुनाव की घोषित तिथियों के अनुसार 29 अप्रैल को शहडोल संसदीय क्षेत्र की वोटिंग होनी है और 6 मई को खजुराहो लोकसभा के सांसद को लेकर मतदान होगा। निर्वाचन कार्य के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण का दौर प्रारंभ हो गया है। ऐसे में गंभीर बीमारी से पीडि़त कर्मचारी अपने विभागों को निर्वाचन कार्य से पृथक रखने आवेदन दे रहे हैं। जिन्हें निर्वाचन शाखा के मैन पॉवर विभाग को भेजकर सत्यापित कराया जा रहा है।
पांच सैकड़ा आवेदन पहुंचे
निर्वाचन शाखा मैन पॉवर के पास लोकसभा चुनाव के दौरान छुट्टी के लिए अभी तक लगभग पांच सैकड़ा आवेदन आए हैं। मैन पॉवर नोडल अधिकारी इंद्रभूषण तिवारी ने बताया कि उसमेंं से 150 कर्मचारियों ने बीमारी के चलते अवकाश या निर्वाचन कार्य से पृथक रखने आवेदन दिया है। बीमारी से पीडि़त कर्मचारियों को शाखा द्वारा मेडीकल बोर्ड के पास जांच के लिए भेजा जा रहा है। जिसमें से अभी तक लगभग 50 कर्मचारी मेडीकल बोर्ड पहुंचे हैं। परीक्षण के बाद सात कर्मचारियों को बोर्ड ने अनफिट बताते हुए निर्वाचन कार्य न लेने की अनुशंसा की है। उसमें एक्सीडेंट पीडि़त, कैंसर व पैरालिसिस के पीडि़त शामिल हैं।
एक दिन में पहुंचे 11 आवेदन
मेडीकल बोर्ड में मंगलवार को दिनभर में 11 आवेदन पहुंचे हैं। जिनकी जांच कराई गई है। संंबंधित शाखा प्रभारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह से बोर्ड के सामने प्रस्तुत होने कर्मचारियों के आवेदन पहुंच रहे हैं और उनका परीक्षण कराया जा रहा है।
इनका कहना है…
निर्वाचन शाखा द्वारा कर्मचारियों के बीमारी से पीडि़त होने पर दिए गए आवेदन पर बोर्ड में परीक्षण कराया जा रहा है। इसमें जो वास्तविक रूप से निर्वाचन कार्य के लिए असमर्थ हैं, उनके लिए अनुशंसा की गई है।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन व मेडीकल बोर्ड अध्यक्ष