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Video: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लगाया बैंच तो खुलीं पोल

locationकटनीPublished: May 31, 2023 09:11:44 pm

Submitted by:

balmeek pandey

16 साल की हुई बेटी, बालिका गृह में काट रही जिंदगी, स्कूल का नहीं देखा मुंह, शिक्षा विभाग की सामने आई बेपरवाहीदिव्यांगों को नहीं मिल रही पेंशन, बेटियों का नहीं जुड़ा लाड़ली लक्ष्मी योजना में, महिलाएं भी योजनाओं से वंचित, राशन के लिए भी मोहताज मिले नौनिहाल

Video: राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने लगाया बैंच तो खुलीं पोल

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कटनी. आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आकांक्षी ब्लॉक को मुख्यधारा में लाने के लिए महत्वाकांक्षी कार्यक्रम शुरू किया गया है। बाल अधिकारों से सम्बंधित समस्याओं के समाधान के लिए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्ट्रेट सभागार में बैंच का आयोजन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की उपस्थिति में कैंप में समस्याएं सुनी गईं। सुनवाई के दौरान महिलाओं व शिकायकर्ताओं ने अपनी पीड़ा सुनाई तो हकीकत सामने आई। सैकड़ों ऐसे बच्चे जो मुख्य धारा से जुड़े नहीं, पास्को के मामले में मुआवजा की बाट जो रहे हैं तो वहीं शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार के लिए जंग लड़ रही हैं। इस दौरान विजयराघवगढ़, रीठी, ढीमरखेड़ा ब्लॉक की बैंच का आयोजन किया गया। इस दौरान जोखिमग्रस्त परिवारों की मैपिंग के आधार पर बच्चों के अधिकारों से जुड़ी पौने दो सौ से अधिक व्यक्तिगत शिकायतें प्राप्त हुईं। जिनमें बच्चों व उनके परिवारों को भारत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किए जाने की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई। आयोजन में राज्य बाल आयोग के सदस्य ओंकार सिंह, मेधा पंवार भी मौजूद रहीं। इस दौरान कलेक्टर अवि प्रसाद व एसपी अभिजीत रंजन, एडीएम रोमानुस टोप्पो, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। सुनवाई के दौरान प्रकरणों पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को कार्यवाही के लिए निर्देश दिए गए।

बैंच में ये तथ्य आए सामने
– 183 पहुंची कैंप में व्यक्तिगत शिकायतें
– 103 गैर लाभान्वित बच्चे बाल स्वराज पोर्टल पर हुए दर्ज
– 875 सामने आए शाला त्यागी बच्चे
– 27 पाक्सो मामलों का अबतक नहीं मिला मुआवजा
– 418 शिकायतें नलजल कनेक्शन न मिले व बिजली विहीन आंगनवाड़ी

उम्र 16 वर्ष, नहीं देखा स्कूल का मुंह
बैंच के दौरान एक गंभीर मामला सामने आया। चाइल्ड होम में एक 16 वर्षीय बच्ची रह रही है। बच्ची दूसरे जिले की है। किसी अपराधिक मामले में पिता के जेल चले जाने पर मां भी छोड़कर चली गई। बच्ची तीन साल से बालिका गृह में रह रही है और उसने स्कूल का मुंह नहीं देखा। किशोरी को शिक्षा मिले इसके लिए शिक्षा विभाग ने कोई पहल नहीं की। फाउंडेशन के कर्मचारियों ने बताया कि स्कूल में दाखिला के लिए संपर्क किया तो कभी पांचवीं की तो कभी आठवीं की मार्कसीट मांग रहे हैं, जो नहीं मिल रही। इस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिला शिक्षा अधिकारी पीपी सिंह को बुलाया और जमकर फटकार लगाई। डीइओ सहित एपीसी को बच्ची का स्कूल में प्रवेश कराने आवश्यक निर्देश दिए।

सहायक प्रभारी यंत्री को पढ़ाया कानून का पाठ
शिवनगर नगर के आगे हाइस्कूल पुरवार पहुंच मार्ग न होने के कारण छात्र-छात्राओं को होने वाली नरकीय पीड़ा लोगों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो को बताई। इस पर अध्यक्ष ने नगर निगम के प्रभारी सहायक यंत्री सुनील सिंह को तलब किया। इंजीनियर द्वारा अध्यक्ष से कहा गया कि अवैध कॉलोनी होने के कारण सड़क नहीं बनाई, तो अध्यक्ष ने दो टूक कहा कि जब स्कूल बना है तो आरटीइ के तहत पहुंच मार्ग होना अत्यंत आवश्यक है। कॉलोनी वैध हो या अवैध इससे मतलब नहीं है, स्कूल के लिए सड़क का निर्माण होना चाहिए।

80 फीसदी दिव्यांगता, फिर भी नहीं पेंशन
जिलेभर में अब दूसरे चरण का जनसेवा शिविर चल रहा है, बावजूद इसके जरुरतमंद योजनाओं से वंचित हैं। कैंप में शाहिल कोल पिता राकेश कोल (11) निवासी रजरवारा परिजनों के साथ पहुंचा। पहले जो दिव्यांग प्रमाण पत्र बना था वह 100 फीसदी का था, अब वह 80 फीसदी हो गया है, बावजूद इसके किशोर को दिव्यांगता पेंशन नहीं मिल रही। इस पर आयोग अध्यक्ष ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों को दिए।

इन्होंने भी सुनाई फरियाद
– पुष्पेंद्र आदिवासी (13) निवासी चरी विजयराघवगढ़ के पिता मथुरा व मां ठिक्की बाई बीमारी के कारण खत्म हो गए हैं, मौसम बेटी बाई 3 बच्चों की देखभाल कर रही है, बच्चों को राशन मिल रहा ना ही कोई अन्य मदद, महिला ने अध्यक्ष से सुनाई पीड़ा।
– एक बच्ची की मां ने बताया कि पिता की मौत हो गई है। एक बेटी का लाड़ली बहना योजना में नाम तो है, लेकिन दूसरी का नहीं जुड़ रहा, ना ही सुकन्या योजना में नाम जुड़ा, जिसपर आयोग ने आवश्यक कार्रवाई के दिए निर्देश।
– नीलम बर्मन पिता मेरकू बर्मन (12) उरदानी पड़रिया थाना बरही के पिता की मृत्य हो गई है, मां ने भी साथ छोड़ दिया है, बच्चे को कोई सहायता नहीं मिली, चाची रुकमणि बर्मन द्वारा की जा रही परवरिश।
– सुषमा रजक निवासी गोहावल ने बताया कि दो बच्चे हैं, पति की मौत हो गई है, आजतक न तो अंत्येष्टि सहायता मिला और ना ही संबल योजना का लाभ, दो छोटे-छोटे बच्चों का पालन-पोषण करने में हो रही समस्या।

कैंप को लेकर खास-खास
– शिविर में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा बुलाए जाने पर नहीं पहुंच रहे थे विभागीय अधिकारी, भड़के अध्यक्ष, अधिकारियों को जमकर लगाई फटकार, एडीएम रोमानुस टोप्पो को पूरे शिविर में बैठने दिए निर्देश।
– सभाकक्ष भवन में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की खंडपीठ द्वारा बाल अधिकारों के उल्लघंन, स्वास्थ्य, जुवेनाइल जस्टिस, शिक्षा, पॉक्सो सहित विभिन्न विभागों के प्रकरणों पर की सुनवाई।
– बैंच के दौरान 5 अनाथ बच्चों को स्पांशरशिप योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को 2 हजार रुपए प्रतिमाह के चैक किए गए वितरित, पोषण आहार किट भी बांटी।
– जरुरतमंद बच्चों को राशन न मिलने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ली योजनाओं की जानकारी, राशन दिलाने के लिए पहल करने खाद्य विभाग जेएसओ प्रमोद मिश्रा को दिए निर्देश।
– झिंझरी पुलिस चौकी व आश्रय गृह में नाबालिग बच्चों को रखे जाने के मामले में व बालगृह से भागे बच्चियों व बच्चों के मामलों की जांच कराने के दिए निर्देश।
– कक्षा 12वीं में जिले का 35 फीसदी परिणाम आने पर कहा कि ऐसे परिणाम से कुछ बच्चे अपना जीवन खत्म करने जैसा कदम उठाते हैं, बच्चों को काबिल बनाने पर पहल हो।

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