जिला अस्पताल में चार जून को यह संख्या 350 और पांच जून को दो सौ से अधिक मरीज ही परीक्षण के लिए पहुंचे। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. यशवंत वर्मा ने बताया कि पहली बारिश के बाद लोग घर और खेती के इंतजाम में जुट जाते हैं। इसका असर ओपीडी में पड़ता है। यहां कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण आवागमन के साधन चालू नहीं होने के कारण भी ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हुई है।