scriptसाइबर कैफे संचालकों को देते थे कमीशन, कर्नाटक और महाराष्ट्र तक फैला था नेटवर्क | Network spread to Karnataka and Maharashtra | Patrika News

साइबर कैफे संचालकों को देते थे कमीशन, कर्नाटक और महाराष्ट्र तक फैला था नेटवर्क

locationकटनीPublished: May 30, 2019 11:50:27 pm

अंतरराज्यीय स्तर पर बेरोजगार युवकों को बंधुआ मजदूर बनाने का फैला है कारोबार

Network spread to Karnataka and Maharashtra

Network spread to Karnataka and Maharashtra

कटनी। मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को फंसाने के लिए विश्वकर्मा मेरीटाइम एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से संस्थान चलाने वाला खिरहनी निवासी आरोपी सुधीर विश्वकर्मा साइबर कैफे संचालकों की भी मदद लेता था। इसका खुलासा गुरुवार को पुलिस की पूछताछ में हुआ है। आरोपी मप्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बेंगलुरु सहित अन्य प्रदेशों में जाकर साइबर कैफे संचालकों को कमीशन देता था और उनसे युवाओं को झांसे में लेकर ठगी करता था। कैफे में आए युवाओं को संचालक नौकरी दिलाने का झांसा देते और फार्मभर कर संस्थान के पते पर कोरियर करते थे। इसके अलावा प्रशिक्षण के नाम पर दाखिला लेने वाले युवाओं को भी कमीशन देने के नाम पर अधिक से अधिक लोगों को लाने के लिए कहा जाता था। गुरुवार को माधवनगर पुलिस ने कोचिंग को सील किया। इस दौरान आरोपी के पास से महाराष्ट्र के कुछ युवाओं के पासपोर्ट भी मिले, जिनकी पुलिस जांच कर रही है। संस्थान से मिले दस्तावेज, लैपटाप सहित अन्य सामग्री को जब्त किया गया। दूसरी ओर आरोपी की रिमांड पूरी होने पर गुरुवार को मुलाहिजा कराते हुए पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। संस्थान में काम करने वाली युवतियों से भी पुलिस पूछताछ करेगी। आरोपी कोचिंग संचालक पैसा कहां भेजता था। इसके लिए पुलिस बैकों से स्टेटमेंट मंगवाने की तैयारी कर रही है।

गोटेगांव का माधव मलेशिया में है एजेंट
नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव का रहने वाला माधव पटेल मलेशिया में एजेंट है। उसके जरिए सुधीर विश्वकर्मा यहां से युवाओं को मलेशिया भेजता था। गुरुवार को माधवनगर थाना पहुंचे गाडरवारा निवासी पीडि़त युवक पवन पाली के पिता माखन पाली ने पुलिस को जानकारी दी। पीडि़त ने बताया कि उसे चेन्नई से क्वालालंपुर फिर मलेशिया भेजा गया था। चेन्नई पहुंचने पर सर्टीफिकेट बदल दिया जाता था। वहां से चीफ इंजीनियर बनाकर मलेशिया भेजा जाता था। विश्वकर्मा मेरीटाइम एडं मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से संस्थान चलाने वाले सुधीर का तथाकथित पत्रकार भाई सुनील विश्वकर्मा भी उसमें साझीदार है। संस्थान से मिले दस्तावेजों में पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। जिसके चलते उसे भी सहआरोपी बनाया जाएगा। फिलहाल वह गायब बताया जा रहा है।

बैंकों से मांगा जाएगा लेन-देन का विवरण
कोचिंग संचालक सुधीर विश्वकर्मा द्वारा रुपए का लेन-देन कहां कहां पर किया गया है इसके लिए बैंकों से स्टेटमेंट मांगे जाएंगे। थाना प्रभारी ने बताया की सुधीर विश्वकर्मा के पंजाब नेशनल बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक व एसबीआई बैंक में खाते हैं। सभी बैंकों से लेनदेन के बारे में जानकारी मांगी गई है।

कंपनी में आरोपी सुधीर विश्वकर्मा का भाई सुनील विश्वकर्मा साझीदार है। उसे भी सहआरोपी बनाया जाएगा। प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
संजय दुबे, माधवनगर थाना प्रभारी

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो