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मिट्टी की खनन ऐसा किया कि बन जाए तालाब, आज लबालब भरा पानी

locationकटनीPublished: Jan 19, 2020 12:17:52 am

Submitted by:

sudhir shrivas

हाइवे निर्माण के दौरान एनएचएआई ने की बेहतर पहल

बनाया तालाब।

बनाया तालाब।

कटनी। सडक़ निर्माण के दौरान कहीं से भी बेतरतीब ढंग से मिट्टी निकालने की बजाय एक निश्चित स्थान से मिट्टी निकाली गई। खनन के बाद स्थान को खाईनुमा न बनाकर तालाब का रूप दिया गया। अब कटनी से रीवा और कटनी से जबलपुर में हाइवे के किनारे 40 तालाब बने हैं। इनमें लबालब पानी भरा है।

जनसरोवर योजना में कटनी जिले के पिपरौंध में बनाया तालाब

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने जनसरोवर योजना में कटनी जिले के पिपरौंध में तालाब का गहरीकरण कर मिट्टी का उपयोग हाइवे निर्माण में किया। अब तालाब में पानी भराव के बाद आसपास के लोगों को राहत मिल रही है। एनएचएआइ कटनी पीआइयू के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बाझल ने बताया कि सडक़ निर्माण के दौरान कोशिश रही कि मिट्टी उस स्थान ने निकाली जाए, जहां पर बारिश का पानी संचय किया जा सके। तालाब बनने के बाद भू-जल स्तर बेहतर होने के साथ ही फसलों की सिंचाई, मछली पालन, पीने का पानी और गर्मियों में मवेशियों के पीने के पानी के मामले में 40 तालाब उपयोगी साबित हो रहे हैं।

स्थानीय रहवासी कर रहे पानी का उपयोग

एनएचएआई द्वारा निर्मित किए गए ये तालाब आसपास के क्षेत्र के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इन तालाबों के बनने से न सिर्फ उस क्षेत्र के भू-जल स्तर में बढ़ोत्तरी हुई है, बल्कि तालाब बनने से ये क्षेत्र रमणीक स्थल भी बन गए हैं। यही नहीं, इस तालाब के पानी से आसपास के क्षेत्र में स्थिति कृषि भूमि को सिंचित करने के लिए पानी भी उपलब्ध हो गया है। यही नहीं पानी न मिलने के कारण दम तोड़ते मवेशियों के लिए भी पीने को पानी उपलब्ध हो गया है।

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