नगर निगम सत्येंद्र धाकरे ने इस मामले में 30 अक्टूबर को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। यह अलग बात है कि उनके निर्देश के 23 दिन बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो सकी। इधर मनमानी जारी है।
रसूख का दुरुपयोग, जारी है मनमानी
नागरिकों ने बताया कि दुगाड़ी नाला के अस्तित्व से खुलेआम खिलवाड़ रसूख के दम हो रहा है। इसका सीधा नुकसान पानी निकासी और दूसरी सुविधाओं के रुप में नागरिकों को होगा। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता के दबाव के कारण अफसर कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।