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केंद्रों में धान रखने नहीं जगह, तौल न होने से किसान परेशान

locationकटनीPublished: Jan 01, 2021 09:08:21 pm

Submitted by:

balmeek pandey

कृषि उपज मंडी पहरुआ सेंटर में समस्या गंभीर, नहीं बना कच्चा ओपन कैप

केंद्रों में धान रखने नहीं जगह, तौल न होने से किसान परेशान

केंद्रों में धान रखने नहीं जगह, तौल न होने से किसान परेशान

कटनी. जिले में धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्थाएं कम होने का नाम नहीं ले रहीं। कहीं पर बारदाना की कमी तो कहीं पर परिवहन गंभीर समस्या बना हुआ है। लगातार समीक्षा और निर्देश के बाद भी स्थिति नहीं सुधर रही। कृषि उपज मंडी पहरुआ में गंगा स्वसहायता समूह द्वारा धान की खरीदी की जा रही है। यहां पर 730 किसानों से खरीदी होना है। 604 किसानों से खरीदी हो चुकी है। मंडी में जो शेड मिले हैं वो भर चुके हैं। किसानों को उपज रखवाने जगह नहीं है। जिन किसानों की धान रखी है उसकी भी तौल नहीं हो पा रही। किसान लल्ला पटेल खिरहनी, उजियार सिंह खखरा, अविनाश पाठक सुरकी आदि ने बताया कि धान की तौल न होने से परेशान हैं। दो दिन से बादल छाए हैं, बारिश की संभावना है। ऐसे में उनकी उपजब खराब हो जाएगी। परिवहन नहीं हो रहा। खुले में 12 हजार क्विंटल से अधिक धान पड़ी हुई है। खाद्य, नागरिक आपूर्ति निगम, वेयर हाउस के अधिकारियों ने वहीं पर स्टेग लगवाने कहा है, लेकिन स्टेग के लिये ठीहे का निर्माण नहीं हुआ। मौसम खराब होने से किसानों को चिंता सता रही है। समय रहते धान का भंडारण नहीं तो फिर हजारों क्विंटल धान लापरवाही की भेंट चढ़ेगी।

बारदाना को लेकर सामने आई गड़बड़ी
जिले में बारदाना की कमी को लेकर एक और चौकाने वाला मामला सामने आया है। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने मंगलवार को विकास वेयर हाउस चाका कैलवारा क्रमांक एक और दो का औचक निरीक्षण किया, यहां पर 29 हजार बारदाना गायब मिले। गंगा स्वसहायता समूह मंडी में 30 हजार बारदाना नहीं मिले, इसके अलावा कन्हवारा सेंटर में 10 हजार से अधिक बारदाना मौके पर नहीं मिले। पडऱभटा, मड़ेरा, पानउमरिया, बाकल, करेला, हदरेहटा सहित दो दर्जन से अधिक केंद्रों में अभी भी बारदानों की कमी बनी हुई है।

इनका कहना है
जिले में एक लाख मिट्रिक टन से अधिक धान भंडारित करने के लिए स्थान नहीं हैं। वेयर हाउस प्रबंधक के द्वारा कच्चे कैप के लिए प्रस्ताव भेजा गया है, अनुमति मिलते ही भंडारण होगा। वहीं कई केंद्रों में बारदाना की जानबूझकर कमी बताई जा रही है। औचक जांच में कई स्थानों पर बारदाना गायब मिले हैं।
पीयूष माली, जिला प्रबंधक नान।

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