script856 आंगनबाड़ी में नहीं पीने के पानी का इंतजाम, 311 चल रहे किराए के भवन में | No provision of drinking water in 856 Anganwadi, 311 in rented buildin | Patrika News

856 आंगनबाड़ी में नहीं पीने के पानी का इंतजाम, 311 चल रहे किराए के भवन में

locationकटनीPublished: Feb 21, 2020 11:31:08 am

Submitted by:

dharmendra pandey

-नौनिहालों को शिक्षा से जोडऩे हर माह लाखों रुपये हो रहे खर्च, फिर भी नहीं मिल रहीं मूलभूत सुविधाएं
 

Anganwadi center

संत कंवरराम वार्ड का आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-152

कटनी. जिले के 856 आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चे आज भी शुद्ध पेयजल को मोहताज हैं। कारण यह है कि केन्द्रों में पीने के पानी के उचित साधन उपलब्ध नहीं हैं। दूर-दूर से कार्यकर्ता व सहायिका पानी का इंतजाम करती हैं। पानी की कमी से स्थिति यह है कि शौचालयों में ताला लगा है। दूसरी ओर जिले के 311 आंगनबाड़ी केन्द्र के पास खुद के भवन ही नहीं हैं। कई साल से केन्द्र किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं। हर माह लाखों रुपये महिला एवं आंगनबाड़ी विभाग किराए के नाम पर खर्च कर रहा है। वहीं कई केन्द्रों में बिजली व शौचालयों का भी अभाव है। पुराने व जर्जर भवनों में भी केन्द्रों का संचालन हो रहा है और उनसे हादसों का खतरा बना हुआ है। जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण केंद्रों की हालत खस्ताहाल हंै। बुधवार को पत्रिका टीम ने शहर और ग्रामीण क्षेत्र की कई केंद्रों का जायजा लिया, जिसमें किराए और सरकारी भवनों में संचालित केन्द्रोंं की हकीकत निकलकर सामने आई।

संत कंवरराम वार्ड का आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-152
शहर के संत कंवर राम वार्ड में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-152 का आज तक भवन नहीं बना है। केन्द्र किराए के भवन में चल रहा है। भवन नहीं बन पाने का कारण कार्यकर्ता द्वारा वार्ड में सरकारी जमीन न मिल पाना बताया गया। केंद्र में 32 बच्चे दर्ज है लेकिन मौके पर सिर्फ 11 ही मिले। जिस भवन के एक छोटे से कमरे में केंद्र संचालित हो रहा है। उसकी अभी तक छपाई भी नहीं हुई है।

ग्राम पंचायत जुहला का आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-85
शहर से लगी हुई ग्राम पंचायत जुहला का आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-85। यहां पर आंगनबाड़ी का भवन तो खुद का बना है लेकिन बिजली, पानी का इंतजाम नहीं है। केंद्र में शौचालय तो बना हुआ है, लेकिन पानी का इंतजाम नहीं होने से ताला लटका रहता है। 100 मीटर से अधिक दूरी से पानी लाना पड़ रहा है। इतना ही नहीं केंद्र में बच्चों की संख्या 36 दर्ज है और आते सिर्फ 15 ही है।

आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक-143 मड़ेरा
ग्राम पंचायत बम्हनी ढीमरखेड़ा का केन्द्र 143 मड़ेरा सरकारी भवन में लग रहा है। जिसमें शौचालय का अभाव है तो पानी का भी इंतजाम नहीं है। कार्यकर्ता व सहायिका दूसरी जगह से पानी लेकर आती हैं। भवन ग्राम पंचायत का स्वराज भवन है। दस साल से संचालित केन्द्र के खुद के भवन को लेकर अभी कोई प्रस्ताव नहीं है।

यह भी जाने-
-1712-जिलेभर में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं।
-311-शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों के पास भवन नहीं है। किराए के भवन में चल रहे हंै।
-200 से 750 रुपये ग्रामीण क्षेत्र की आंगनबाड़ी केंद्रों को महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किराया दिया जाता है।
-750-3000 रुपये तक हर माह शहरी क्षेत्र में किराए पर चलने वाली आंगनबाड़ी केंद्रों का विभाग भुगतान कर रहा है।
-266-आंगनबाड़ी केंद्रों में बाल सुलभ शौचालय बनवाया गया है।
-800-आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी का इंतजाम नहीं है। हैंडपंप और कुआं से पानी लाना पड़ता है।
-114802 छात्र जिलेभर की 1712 आंगनबाड़ी केंद्रों में दर्ज हैं।
-4242-जिले में अतिकुपोषित बच्चे हैं।
-20312-छात्र जिले में कुपोषित हैं।

-आंगनबाड़ी केंद्रों का खुद का भवन हो, इसके लिए संचालनालय को रिपोर्ट भेजी गई है। स्वीकृति मिलने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा। पानी और बिजली का भी काम कराया जा रहा है। कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों में बिजली की व्यवस्था हो गई है। कुछ में काम चालू है। जिन केंद्रों में पानी नहीं है वहां पर दूसरी व्यवस्था की गई है।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो