अब यहीं बहोरीबंद कूड़न जलाशय की संता की राई पिपरिया में वार्ड नंबर 8 की नहर में काम चल रहा है। लेकिन जल संसाधन विभाग यह काम मजदूरों से कराने की बजाय जेसीबी से कार्य करवा रहा है। इस पर तुर्रा ये कि विभाग इसे सफाई वाला कार्य बता रहा है। किसानों का कहना है कि विभाग बहोरीबंद में किसानों को अलग रख कर काम कर रहा है। वो कहते हैं कि विभाग न कभी किसानों से चुने गए सदस्यों की बैठक लेता है न उनसे किसी तरह की पूछताछ की जाती। मन मुताबिक अध्यक्ष और विभाग ही मिलकर फैसला कर लते हैं। किसानों ने आरोप लगाया है कि यहां सिर्फ खाना पूर्ति ही की जा रही है।
किसानों ने बताया एक तरफ महामारी के चलते मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने की बात कर रही है। दूसरी तरफ रोजगार की तलाश में मजदूर भटक रहे हैं। यहां तक की जिला पंचायत वा जिला प्रशासन के निर्देशानुसार नहरों की मरम्मत व साफ-सफाई मजदूरों से कराए जाने की चर्चा सामने आई थी लेकिन यहां तो जेसीबी से कराया जा रहा। किसानों ने आरोप लगाया कि कागजों में मजदूरों का फर्जी नाम डालकर दर्शाया जा रहा है।
हमारे विभाग की राशि है हमने ठेकेदार के माध्यम से जेसीबी लगवा कर सफाई कार्य शुरू किया है। मजदूर का काम नहीं है।” -आरएस नट, एसडीओ, जल संसाधन विभाग कोट
सोहन लाल यादव, राकेश सेन, उमेद यादव, ताराचंद, बलराम विश्वकर्मा, सुदर्शन, बिपत कुमार, बिहारी यादव, मंगीलाल सहित अन्य मजदूरों ने बताया कि हम मजदूरों व सदस्यों की कोई पूछ परख नहीं की जा रही है।
सोहन लाल यादव, राकेश सेन, उमेद यादव, ताराचंद, बलराम विश्वकर्मा, सुदर्शन, बिपत कुमार, बिहारी यादव, मंगीलाल सहित अन्य मजदूरों ने बताया कि हम मजदूरों व सदस्यों की कोई पूछ परख नहीं की जा रही है।