scriptपूरे देश के स्टेशनों का कचरा फ्री में उठा रही नगर निगम, यहां के अफसर ने मांगे सात लाख, जानिए क्यों | Not being properly disposed of railway station waste | Patrika News

पूरे देश के स्टेशनों का कचरा फ्री में उठा रही नगर निगम, यहां के अफसर ने मांगे सात लाख, जानिए क्यों

locationकटनीPublished: Feb 20, 2019 11:37:32 am

Submitted by:

balmeek pandey

कटनी में आयुक्त ने बताया भारी खर्च, तो रेल अधिकारियों की फूली सांसें, कचरा प्रबंधन को लेकर रेलवे और नगर निगम में नहीं बैठ पाया तालमेल, ठेकेदार व सफाई कर्मचारी यहां-वहां फेंककर कर रहे कचरे का निपटान

saharanpur news

train

कटनी. नगर निगम कटनी ने कचरे से खाद बनाने की इकाई शुरू कर पूरे देश में वाहवाही तो बटोरी, लेकिन जिस कचरे ने नाम दिया उसी को लेने से मना कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कटनी जंक्शन सहित शहर के दो अन्य स्टेशनों से प्रतिदिन निकलने वाले कचरे की। मुख्य रेलवे स्टेशन में प्रतिदिन दो से तीन ट्रॉली कचरा निकल रहा है। जबलपुर, सतना सहित अन्य स्टेशनों की तर्ज पर जब रेलवे के अधिकारियों ने यह पहल करी कि नगर निगम आयुक्त से चर्चा कर कचरा उन्हें दे दिया जाए ताकि इसका उचित निपटान हो सके और इसकी खाद बनेगी तो किसानों को फायदा होगा। स्टेशन मास्टर संजय दुबे सहित अन्य अधिकारियों ने नगर निगम आयुक्त से संवाद किया। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि इसमें आयुक्त द्वारा सात लाख रुपए का मासिक बजट बताया गया। बजट की राशि सुनते ही रेलवे के अधिकारी अवाक रह गए। उन्होंने यह भी हवाला दिया कि बाकी स्टेशनों में नगर निगम नि:शुल्क कचरा लेकर जा रही हैं तो आयुक्त ने इस पर कोई बात नहीं कही। प्रतिदिन तीनों स्टेशन में मिलाकर डेढ़ से दो ट्रॉली कचरा निकल रहा है, जिसका निपटान यहां-वहां फेंक कर किया जा रहा है।

हर स्टेशन में उठा रही नगर निगम व नगर पालिका
हैरानी की बात तो यह है देश के अधिकांश सभी बड़े स्टेशनों में नगर पालिका व नगर निगम को कचरे की सप्लाई हो रही है। इकलौता कटनी स्टेशन ऐसा है जहां पर अभी तक कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में उचित काम नहीं हो पाया। नगर निगम द्वारा कचरे से खाद बनाने का काम किया जा रहा है। इसी दिशा में रेल अधिकारियों ने यह पहल करी कि यहां का कचरा भी नगर निगम में चला जाएगा और खाद बनेगी, लेकिन राशि अधिक होने पर रेल अफसरों की सांसें ही फूल गईं।

मुड़वारा और साउथ का भी यही हाल
मुड़वारा स्टेशन और कटनी-साउथ स्टेशन का भी यही हाल है। इन स्टेशनों से निकलने वाले कचरे का भी उचित निपटान नहीं हो रहा है। ठेकेदारों द्वारा व सफाई कर्मचारियों द्वारा अपने हिसाब से यहां-वहां निपटान कर रहे हैं। जबकि स्वच्छता के क्षेत्र में सरकार विशेष पहल कर रही है, इसके बाद भी यहां पर अभी रेलवे और नगर निगम में तालमेल नहीं बैठ पा रहा।

इनकी कहना है
स्टेशन से निकलने वाले कचरे के उचित निपटान के लिए नगर निगम आयुक्त से संपर्क किया गया था। नगर निगम को कचरा दिए जाने चर्चा की गई थी। इसमें प्रतिमाह सात लाख रुपये प्रतिमाह का बजट बताया गया था। राशि अधिक होने के कारण प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाया गया। कचरा का निपटान ठेकेदार द्वारा अपने ढंग से किया जा रहा है।
संजय दुबे, स्टेशन मास्टर।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो