हर स्टेशन में उठा रही नगर निगम व नगर पालिका
हैरानी की बात तो यह है देश के अधिकांश सभी बड़े स्टेशनों में नगर पालिका व नगर निगम को कचरे की सप्लाई हो रही है। इकलौता कटनी स्टेशन ऐसा है जहां पर अभी तक कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में उचित काम नहीं हो पाया। नगर निगम द्वारा कचरे से खाद बनाने का काम किया जा रहा है। इसी दिशा में रेल अधिकारियों ने यह पहल करी कि यहां का कचरा भी नगर निगम में चला जाएगा और खाद बनेगी, लेकिन राशि अधिक होने पर रेल अफसरों की सांसें ही फूल गईं।
मुड़वारा और साउथ का भी यही हाल
मुड़वारा स्टेशन और कटनी-साउथ स्टेशन का भी यही हाल है। इन स्टेशनों से निकलने वाले कचरे का भी उचित निपटान नहीं हो रहा है। ठेकेदारों द्वारा व सफाई कर्मचारियों द्वारा अपने हिसाब से यहां-वहां निपटान कर रहे हैं। जबकि स्वच्छता के क्षेत्र में सरकार विशेष पहल कर रही है, इसके बाद भी यहां पर अभी रेलवे और नगर निगम में तालमेल नहीं बैठ पा रहा।
इनकी कहना है
स्टेशन से निकलने वाले कचरे के उचित निपटान के लिए नगर निगम आयुक्त से संपर्क किया गया था। नगर निगम को कचरा दिए जाने चर्चा की गई थी। इसमें प्रतिमाह सात लाख रुपये प्रतिमाह का बजट बताया गया था। राशि अधिक होने के कारण प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाया गया। कचरा का निपटान ठेकेदार द्वारा अपने ढंग से किया जा रहा है।
संजय दुबे, स्टेशन मास्टर।