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शहर के अधिकारियों को नहीं आया नजर, उडऩदस्ते ने पकड़ लीं सवा सौ चोरियां…

locationकटनीPublished: Jan 20, 2018 11:33:45 am

Submitted by:

mukesh tiwari

बिजली विभाग के स्थानीय अधिकारी, कर्मचारियों की सामने आई लापरवाही, दो दिन में उडऩदस्तों ने बनाए एक सैकड़ा से अधिक प्रकरण

bijli chori

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कटनी. शहर में कई स्थानों पर बिजली चोरी कर विभाग को राजस्व का चूना लग रहा था लेकिन उसके बाद भी उन क्षेत्रों के अधिकारी व कर्मचारियों को इसकी जानकारी नहीं थी। जमीनी स्तर पर काम करने वाले अधिकारी, कर्मचारियों की लापरवाही दो दिन की उडऩदस्ते की कार्रवाई ने सामने ला दी है। अकेले शहर में ही दो दिन में टीमों ने सवा सौ के लगभग बिजली चोरी के प्रकरण पकड़े हैं और उनमें से २० लाख रुपये की चोरी सामने आई है। स्थानीय कर्मचारी बिजली चोरी रोकने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में कितनी नजर बनाए हुए हैं, इस कार्रवाई से यह सामने आ गया है।
बाहर से आया दल
चोरी की शिकायतों को लेकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थानीय अधिकारी, कर्मचारियों पर कम भरोसा किया। जबलपुर कार्यालय से पत्राचार कर चोरी पकडऩे के लिए मुख्यालय से दल भेजने का आग्रह किया गया था। उनके साथ स्थानीय स्तर पर बनाए गए उडऩदस्तों के दस दलों ने दो दिन तक शहर में पांच सौ घरों, दुकानों व प्रतिष्ठानों में दबिश दी, जिसमें से पहले दिन ६३ और दूसरे दिन ६० चोरी के प्रकरण बनाए गए। इस संबंध में अधीक्षण यंत्री मप्र पूर्व विद्युत वितरण कंपनी पीके मिश्रा का कहना है कि चोरी की शिकायतें मिल रही थीं और अधिकांश अधिकारी, कर्मचारी स्थानीय है। जिसके चलते जबलपुर के दल से कार्रवाई कराई गई थी और आगे भी उडऩदस्ते आकस्मिक जांच करेंगे। इसके साथ स्थानीय अधिकारी, कर्मचारियों को भी ऐसे प्रकरणों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

अधीक्षण यंत्री ने कनिष्ट यंत्री की रोकी वेतन वृद्धि
कटनी. व्यापारी के आवेदन पर कार्रवाई पूरी होने के बाद भी नवीन कनेक्शन प्रदान करने में लापरवाही बरतने पर अधीक्षण यंत्री ने कनिष्ठ यंत्री मनोज दुबे की एक वेतन वृद्धि रोक दी है। अधीक्षण यंत्री पीके मिश्रा ने बताया कि माधवनगर निवासी राम आहुजा ने व्यवसायिक उपयोग के लिए नवीन बिजली कनेक्शन का आवेदन दिया था, जिसकी आवश्यक कार्रवाई पूरी होने व अधिकारियों के निर्देश पर कनिष्ठ यंत्री ने कार्य में लापरवाही बरती। साथ ही स्मार्ट एप में भी एंट्री नहीं की। जिसके चलते दुबे की एक वेतन वृद्धि रोकी गई है।

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