यह समितियां हुई विक्रित
वर्ष 2019 तेंदूपत्ता सीजन के अग्रिम निविदा कार्रवाई में बड़वारा और ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र की 9 समितियों में क्रेता नियुक्त हो पाए हैं। खितौली में मेसर्स कोहिनूर टोबैको प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जबलपुर, करेला में वेंक्टा साईं बीड़ी सक्र्स निर्मल तेलंगाना, बरही मे. शुक्ला एंड कंपनी इलाहाबाद उत्तर प्रदेश, बिजौरी में मे. श्री सार्ईं ओम ट्रेडर्स जबलपुर, बड़वारा में मे. शुक्ला एंड कंपनी इलाहाबाद उत्तर प्रदेश, इसी तरह ढीमरखेड़ा में झलवारा में मे. वेंक्टा साईं इंटरप्राइजेज निर्मल तेलंगाना, रामपुर में मे. सांई ओम ट्रेडर्स जबलपुर, झिन्ना पिपरिया में मे. श्री सांई ओम ट्रेडर्स जबलपुर, कटारिया में वेंक्टा साईं बीड़ी वक्र्स निर्मल तेलंगाना को ने क्रय की है।
तेंदूपत्ता को लेकर खास-खास:
– कम रेट होने के कारण इस साल नहीं आ रहे ठेकेदार।
– 1 मई से जिले में शुरू होना है पत्ता संग्रहण का कार्य।
– जिले में 21 हजार है तेंदूपत्ता कार्डधारी।
– करेला, शहडार, झिन्नापिरिया, बिजौरी, में हुआ कम संग्रहण।
– जिले में 30 समितियों में 393 लगते हैं फड़।
– पिछले साल 69 हजार 675 लोगों ने बेचा था पत्ता।
– मुड़वारा, बहोरीबंद, खडऱा, कुआं में बेहतर संग्रहण।
– इस साल से होगा नकद भुगतान।
लक्ष्य से पीछे रहा विभाग
इस वर्ष ठेकेदारों का सामने न आना कम रेट अलावा दूसरी अन्य वजहें बताई जा रही हैं। वर्ष 2018 में 51 हजार मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें से विभाग द्वारा मात्र 37 हजार 228.230 मानक बोरा तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य कराया गया था। 39 हजार 302 वास्तविक बोरों का संग्रहण कार्य हो पाया था। विभाग 100 में से मात्र 73 फीसदी लक्ष्य ही हासिल कर पाया था।
इनका कहना है
तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए तैयारी की जा चुकी हैं। ऑफसेट प्राइज के माध्यम से समितियां विक्रित की जाएंगी। टारगेट इस साल हर हाल में पूरा हो इस पर फोकस रहेगा। पिछले साल का स्टॉक अभी ठेकेदारों ने नहीं उठाया, उसपर भी काम चल रहा है।
आरके राय, डीएफओ।