जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को कम कीमत में सीटी स्कैन सुविधा का लाभ मिलने के बाद जरूरतमंदों को लाभ होगा। निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए अलग-अलग दरें निर्धारित की गई है। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर प्रारंभ किया गया है।
कंपनी के विप्लव जैन ने बताया कि शासकीय अस्पताल में भर्ती मरीजों को नौ सौ 33 रूपये में सीटी स्कैन जांच की सुविधा मिलेगी। गरीबों का मुफ्त में सीटी स्कैन किया जाएगा। निजी अस्पताल से आने वाले मरीजों के लिए अलग-अलग दरें निर्धारित की गई है।
‘पत्रिका’ ने लगातार उठाया मुद्दा
जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने के लिए राज्य सरकार ने दो साल पहले टेंडर जारी किया था। ठेका कंपनी सिद्धार्थ इंटरप्राइजेस द्वारा इस मामले में बरती जाने वाली लापरवाही को लेकर ‘पत्रिका’ में लगातार प्रमुखता से खबरें प्रकाशित की गई। पत्रिका के उठाए गए मुद्दों पर जनप्रतिनिधि भी आगे आए।
कोरोना संकट काल में पत्रिका ने बताया कि सिटी स्कैन होने पर कैसे लोगों को बाहर जाने के बाद बजाए जांच की सुविधा शहर में ही मिलती। एनएसयूआइ के जिलाध्यक्ष दिव्यांशू मिश्रा अंशू ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। याचिका लगाई। न्यायालय ने राज्य सरकार से जवाब मांगा। तब जाकर स्वास्थ्य विभाग और ठेका कंपनी की नींद खुली। कटनी जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने की प्रक्रिया तेज हुई।