कराया जाएगा पौधरोपण
पोषण के लिए पौधे कार्यक्रम अन्तर्गत मुनगा रोपण के लिए जिले स्तर पर 10 हजार रुपये हाइब्रिड बीजो का वितरण कर आंगनवाडिय़ों के समूह में नर्सरी तैयार की गई है। जिसका रोपण, पोषण माह के दौरान किया जाएगा, साथ ही स्थानीय स्तर पर फलदार पौधों को रोपण किया जाएगा। अगस्त माह में अमृतपान अभियान की शुरूआत हुई जिसमें जन्म से 1 घण्टे के भीतर स्तनपान, 6 माह तक केवल स्तनपान एवं दो वर्ष तक स्तनपान के बारे में जागरुक किया गया। इस अभियान में पुरुषों को जोडऩे के लिए सेल्फी विथ पंचायत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें जिलें स्तर पर विजेता को 2000 रूपये का नकद पुरुस्कार दिया गया। इसी तरह ऑगनबाडी कार्यकताओं द्वारा सफल गाथाओं का संकलन एवं स्लोगन प्रतियोगिता के माध्यम से जागरुक किया गया।
1712 आंगनवाडिय़ों में चलेगा अभियान
सभी गतिविधियों में सामान्य नागरिक, विद्यार्थी, हितग्राही किशोरी बालिका, गर्भवती एवं धात्री माता से लेकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा, सहायिका तक को सम्मिलित करने के पुरस्कार दिए जाएंगे। पोषण माह में सबसे महत्वपूर्ण सघन वजन अभियान पर बल दिया जाएा। जिसमें जिलें की 1712 आंगनवाडिय़ों में दर्ज सभी बच्चों का वजन कर कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, दस्तावेजीकरण कर कुपोषण निवारण के लिए त्रिआयामी एप्रोच अपनाई जाएगी, जिसमें घर पर समुचित देखभाल, समुदाय स्तर पर सहयोग से देखभाल तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र मं भर्ती कराना सम्मिलित होंगे। जिले मार्च 2019 में अतिकम वजन के 2880 एवं कम वजन के 25012 बच्चें चिन्हित थे, जिनकी संख्या वर्तमान में अतिकम वजन के 2187, कम वजन के 19 हजार 500 बच्चे हो गई है। 6205 बच्चों के पोषण स्तर में सुधार हुआ है।