इनका कहना है
ग्रामीणों की समस्या का तुरंत निदान हो जाए। उन्हें जिला तक न जाना पड़े, इसलिए तहसील स्तर पर ही समस्या का निदान कराने का नवाचार किया जा रहा है। एक मार्च से इस योजना का शुभारंभ हो जाएगा।
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बरही-कटनी मार्ग पर दो घंटे सड़क किनारे बैठा रहा बाघ
झिरिया नर्सरी के बाघ देखते ही दहशत में आए राहगीर, ठप रहा आवागमन
कटनी.बरही. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार बढ़ती बाघों की संख्या के बाद अब नए शावक अपनी टेरीटेरी विकसित करने बफर एरिया से भी बाहर सामान्य वनक्षेत्र का रुख कर रहे हैं। सोमवार को बरही-कटनी मार्ग पर सड़क किनारे झिरिया नर्सरी के समीप दो घंटे बाघ बैठा रहा। सड़क पर आवागमन कर रहे नागरिकों की जैसे ही बाघ पर नजर पड़ी वे दहशत में आ गए। बाघ करीब दो घंटे यहां पर बैठा रहा। इस दौरान मार्ग पर आवागमन ठप रहा। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और बाघ के वापस जंगल जाने तक राहगीरों को समझाइस दिए।
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