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इस कॉलेज में अचानक हुआ कुछ ऐसा कि दो साल से नहीं हो पा रहा उद्घाटन, हैरान की देगी वजह

locationकटनीPublished: Nov 22, 2017 09:38:14 pm

Submitted by:

balmeek pandey

एक्सीलेंस स्कूल के तीन कमरों में संचालित हो रहा कॉलेज, रास्ता न मिलने से हो रही परेशानी, जनप्रतिनिधि-अधिकारी समस्या पर नहीं दे रहे ध्यान

Opening not be Vijayraghavgarh College College,

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विजयराघवगढ़. शिक्षा के स्तर को बढ़ाने और विद्यार्थियों को शैक्षणिक सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर उच्च शिक्षा विभाग व प्रशासनिक अमला संवेदनहीन बना हुआ है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विजयराघवगढ़ में पिछले लगभग दो साल से कॉलेज भवन बनकर तैयार है, लेकिन अबतक उसका लोकार्पण नहीं हुआ है। इसकी मुख्य वजह कॉलेज पहुंच के लिए मार्ग का न मिलना है। इसको लेकर न तो क्षेत्र के जनप्रतिनिधि गंभीरता दिखा रहे हैं और ना ही प्रशासनिक अमला। आलम यह है कि विद्याथियों को परेशानी उठाकर शिक्षा प्राप्त करने की मजबूरी बनी हुई है।
जानकारी के अनुसार मप्र शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा विजयराघवगढ़ में ३ करोड़ ३८ लाख रुपए से २०१४-१५ कॉलेज भवन निर्माण के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। सिविल अस्पताल के पीछे भवन निर्माण के लिए विधायक संजय पाठक द्वारा भूमि पूजन किया गया। निर्माण एजेंसी मध्यप्रदेश ग्रह निर्माण मण्डल द्वारा मार्च 2016 में भवन का निर्माण पूर्ण कराया गया। लेकिन रास्ते के अभाव के कारण भवन का लोकार्पण अभी तक नही हो पाया। स्थानीय लोगों ने बताया कि राज्यमंत्री कुछ दिन पहले स्थिति का जायजा लेने पहुंचे थे। उनके द्वारा शासकीय चिकित्सालय के बाजू से महाविद्यालय तक पहुंच मार्ग बनाने निर्माण एजेंसी को निर्देशित करते हुए अबिलम्ब भवन में अध्यापन आरम्भ कराने बात कही थी। इसके बाद भी अबतक इस दिशा में अधिकारियों द्वारा कोई पहल नहीं की गई।

गंभीर समस्या से जूझ रहे विद्यार्थी
विजयराघवगढ़ कॉलेज पिछले ७ सालों से उत्कृष्ट विद्यालय के तीन कमरों में संचालित हो रहा है। यहां पर बीए संकाय के विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। बीए में तीनों ही संकाय की ९ कक्षाएं हैं इसमें से मात्र तीन कमरे होने के कारण शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा कॉलेज स्टाफ को भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि कॉलेज बनने के बाद भी विद्यार्थियों को सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ताज्जुब की बता तो यह है कि अधिकारी दो साल से अबतक रास्ते की समस्या का समाधान नहीं कर पाए हैं।

नामकरण करने की मांग
स्थानीय निवासियों ने विद्यार्थियों की समस्या को देखते हुए शीघ्र ही शासन-प्रशासन से मार्ग की समस्या हल कराते हुए कॉलेज भवन का लोकार्पण कराने मांग की है। साथ ही सुरेंद्र दुबे ने उपरोक्त महाविद्यालय का नाम करण १८५७ की क्रांति में विगढ़ रियासत से शहीद हुईं वीरांगना वीरा नयनी के नाम पर करने मांग की है। इसके अलावा महाविद्यालय भवन के आस-पास शासकीय भूमि पर खेल मैदान व शासकीय आवास योजना स्कीम की स्वीकृति कराए जाने मांग की है।

इनका कहना है
जगह के अभाव में कॉलेज संचालन को लेकर बहुत समस्या आ रही है। कॉलेज भवन बनकर तैयार है, लेकिन शुभारंभ नहीं हो रहा। रास्ते की समस्या लोकार्पण में रोड़ा बनी हुई है। कुछ लोगों ने जमीन दान में देने की बात कही है, प्रशासन को इस दिशा में शीघ्र पहल करनी चाहिए।
डॉ. अरुण कुमार, प्राचार्य, विगढ़ कॉलेज।
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शीघ्र ही कॉलेज पहुंच मार्ग की समस्या का समाधान कराया जाएगा। भू-स्वामियों से चर्चा की गई है। दानपत्र आदि की कार्रवाई कराकर रास्ता तैयार कराया जाएगा।
अनिल श्रीवास्तव, तहसीलदार, विजयराघवगढ़।

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