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Railway: दौड़ी 886 लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ां, माल ढुलाई के साथ कम हुआ खर्च

locationकटनीPublished: Dec 19, 2021 09:20:44 pm

Submitted by:

balmeek pandey

यातायात का दबाव भी हुआ कम, राजस्व में भी इजाफा

Railway: दौड़ी 886 लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ां, माल ढुलाई के साथ कम हुआ खर्च

Railway: दौड़ी 886 लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ां, माल ढुलाई के साथ कम हुआ खर्च

कटनी. रेलवे में मालगाडिय़ों की औसत गति में वृद्धि होने से माल यातायात में बढ़ोत्तरी हुई। इसके साथ ही पश्चिम मध्य रेल पर मालगाडिय़ों की औसत गति भारतीय रेलवे में अव्वल रही है। पमरे में मालगाडिय़ों के सुगम संचालन निष्पादित होने से माल का परिवहन ज्यादा से ज्यादा अतिशीघ्र हो रहा है, जिसमें पमरे द्वारा अधिक से अधिक मालगाडिय़ों का परिवहन शामिल हैं। प्रमुख रेलखण्डों पर लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ों का संचालन बेहतर रहा है। बता दें कि वर्ष 2015-16 में पश्चिम मध्य रेल द्वारा सर्व प्रथम लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ों के संचालन की शुरूआत की थी।
बता दें कि लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ों में 58-58 वैगनों की दो मालगाडिय़ों को एक साथ मिलाकर 116 वैगनों की पूरी मालगाड़ी बनाकर चलाई गईं। जिससे दो मालगाडिय़ों के पाथ के बजाय एक गाड़ी के पाथ में ही संचालन किया गया। आठ महीनों अप्रैल 2021 से नवंबर 2021 में पमरे द्वारा 886 लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ों का संचालन किया गया।

ऐसे समझें मालगाडिय़ों का संचालन
– न्यू कटनी जंक्शन-मेहदिया रेलखण्ड पर माह 60 लॉन्ग हॉल
– झलावारा-छबारा थर्मल पॉवर रेलखण्ड पर 36 लॉन्ग हॉल
– झलवारा-आगासौद रेलखण्ड पर 22 लॉन्ग हॉल
आगासौद-न्यू कटनी जंक्शन 14 लॉन्ग हॉल
– सालपुरा-झलवारा रेलखण्ड पर लॉन्ग हॉल
– गाडरवारा एनटीपीसी-झलवारा रेलखण्ड पर 11 लॉन्ग हॉल

ये हुए फायदे
पमरे द्वारा लॉन्ग हॉल मालगाडिय़ों के संचालन में रेलवे को कई फायदे हुए हैं। तेज गति से एक ही समय में ज्यादा से ज्यादा माल यातायात का परिवहन किया जा सकता है। अधिक से अधिक रेल गाडिय़ों के संचालन के लिए पाथ मिल जाता है। क्रू स्टॉफ से अधिक से अधिक मालगाडिय़ों का संचालन निष्पादित किया जा सका, रेलवे के आय में बढ़ोत्तरी के साथ रेल राजस्व भी बढ़ा है।

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