यह भी है ग्रामीणों की मांग
ग्रामीण रामकुमार चौधरी, मिथुन वंशकार सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि जो सर्वे हो गया है हमें उस सर्वे से कोई आपत्ति नहीं है। जल संसाधन विभाग व प्रशासन से यही मांग है कि एक और माइनर नहर बनाई जाए, जिससे दोनों तरफ के किसानों को पानी मिले। इस मामले को ठेकेदार कलरहाई जलाशय शिव प्रताप बुंदेला का कहना है कि विभाग की तरफ से जो इस्टीमेट मिला है, हम कार्य उसी के हिसाब से काम करा रहे हैं, जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं।
खास-खास:
– किसानों की मांग नए इस्टीमेट से कई किसानों का होगा फायदा, खेतों तक पानी पहुंचने से होगी सिंचाई, खेती बनेगी लाभ का धंधा।
– किसानों का आरोप कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए ठीक से नहीं किया गया सर्वे, इससे हो रहा नुकसान।
– माइनर नहर निर्माण से एक सैकड़ा से अधिक किसान होंगे लाभान्वित, खेतों तक पहुंचेगा पानी, विभाग को करना चाहिए सर्वे।
– तीन दिन से रुका है नहर निर्माण का काम, व्यवधान से बाधित हो रही नहर निर्माण की रफ्तार, विभाग के अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान।
इनका कहना है
कुछ ग्रामीण आए थे, उनका कहना था कि नहर निर्माण में उनकी जमीन फंस रही है। सर्वे गलत हुआ है। यह कहकर पुलिया निर्माण कार्य को रुकवा दिया है। सर्वे को बदला नहीं जा सकता। रही बात अलग से माइनर की तो रिवाइज स्टीमेट में इसका प्रावधान है, जिसकी मंजूरी भोपाल से मिलती है।
आरएस नट, अनुविभागीय अधिकारी जलसंसाधन विभाग।