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फिर से हो सर्वे व माइनर नहर का निर्माण, विरोध से रुका जलाशय का काम, ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप

locationकटनीPublished: Oct 02, 2020 09:01:35 am

Submitted by:

balmeek pandey

खटाई में कलरहाई जलाशय की नहर निर्माण कार्य, ग्राम पंचायत खम्हरिया में पांच करोड़ 22 लाख रुपये की लागत से हो रहा है नहर का निर्माण, नया इस्टीमेट बनाए जाने की मांग कर रहे ग्रामीण

फिर से हो सर्वे व माइनर नहर का निर्माण, विरोध से रुका जलाशय का काम, ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप

फिर से हो सर्वे व माइनर नहर का निर्माण, विरोध से रुका जलाशय का काम, ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप

कटनी/बहोरीबंद. तहसील क्षेत्र बहोरीबंद अंतर्गत ग्राम पंचायत खम्हरिया में नहर निर्माण को लेकर विरोधाभास की स्थिति निर्मित हो गई है। ग्रामीण अपनी मांग को लेकर नहर निर्माण का विरोध कर रहे हैं। इसके चलते पुलिया निर्माण सहित नहर निर्माण का काम खटाई में पड़ गया है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खम्हरिया में पांच करोड़ बाइस लाख की लागत से कलरहाई जलाशय एवं नहर का निर्माण कार्य चल रहा है। 29 सितम्बर को ग्रामीणों ने नहर का कार्य रुकवा दिया है। ग्राम खम्हरिया निवासी अनिल पटेल, बलदेव पटेल आदि ने बताया कि अधिकारियों द्वारा नहर निर्माण के लिए गलत सर्वे किया गया है। जहां पर रकबा कम है वहां पर नहर बनाई जा रही है। जहां पर रकबा ज्यादा है वहां पर नहर नहीं बनाई जा रही।

यह भी है ग्रामीणों की मांग
ग्रामीण रामकुमार चौधरी, मिथुन वंशकार सहित अन्य ग्रामीणों का कहना है कि जो सर्वे हो गया है हमें उस सर्वे से कोई आपत्ति नहीं है। जल संसाधन विभाग व प्रशासन से यही मांग है कि एक और माइनर नहर बनाई जाए, जिससे दोनों तरफ के किसानों को पानी मिले। इस मामले को ठेकेदार कलरहाई जलाशय शिव प्रताप बुंदेला का कहना है कि विभाग की तरफ से जो इस्टीमेट मिला है, हम कार्य उसी के हिसाब से काम करा रहे हैं, जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं।

खास-खास:
– किसानों की मांग नए इस्टीमेट से कई किसानों का होगा फायदा, खेतों तक पानी पहुंचने से होगी सिंचाई, खेती बनेगी लाभ का धंधा।
– किसानों का आरोप कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए ठीक से नहीं किया गया सर्वे, इससे हो रहा नुकसान।
– माइनर नहर निर्माण से एक सैकड़ा से अधिक किसान होंगे लाभान्वित, खेतों तक पहुंचेगा पानी, विभाग को करना चाहिए सर्वे।
– तीन दिन से रुका है नहर निर्माण का काम, व्यवधान से बाधित हो रही नहर निर्माण की रफ्तार, विभाग के अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान।

इनका कहना है
कुछ ग्रामीण आए थे, उनका कहना था कि नहर निर्माण में उनकी जमीन फंस रही है। सर्वे गलत हुआ है। यह कहकर पुलिया निर्माण कार्य को रुकवा दिया है। सर्वे को बदला नहीं जा सकता। रही बात अलग से माइनर की तो रिवाइज स्टीमेट में इसका प्रावधान है, जिसकी मंजूरी भोपाल से मिलती है।
आरएस नट, अनुविभागीय अधिकारी जलसंसाधन विभाग।

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