इन्होंने भी गुदगुदाया
नरसिंहपुर से गुरू सक्सेना ने कहां कि किस्मत के खोटे लोग हैं हैसियत के छोटे लोग है परिवार को मुसिबत में कैसे डाल सकते है। हमारी हैसियत तो जीने तक नहीं हैं। आत्महत्या जैसे उंचे शौक कैसे पाल सकते है। इस अवसर डॉ. समीर चौधरी, अभिनंदन जैन सुभाष सिंघई, मुकेश चंदेरिया, आनंद अकेला, जगदीश त्रिपाठी, तुषार तपन, जन परिषद के अध्यक्ष मीना चौधरी, राजेश प्रखर, गीता पाठक, संगीता जायसवाल, संजय जैन, शैलेन्द्र जैन कंजे, एडवोकेट दिनेश जैन, अजीत सिंघई, मगन जैन, प्रवीण जैन, राजेन्द्र जैन, अरविन्द्र जैन के साथ उपस्थित जनसमुदाय ने कवि सम्मेलन का आनंद उठाया।