उपेक्षित है क्षेत्र
पत्रिका चेंजेमकर महाअभियान की इस बैठक में बड़वारा विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने बेबाकी से अपनी बात रखी। इस दौरान बसंत सिंह ने कहा कि बड़वारा विधानभा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, इसके नाम पर सरकार कई योजनाओं की घोषणा कर चुकी है, लेकिन अबतक अमल नहीं हुआ। बड़वारा में 2012 से सिंचाई उद्वहन योजना की घोषणा हो चुकी है, लेकिन अबतक काम शुरू नहीं हुआ। बड़वारा में आइटीआइ सेंटर की कई दिनों से मांग की जा रही है, लेकिन अबतक कोई पहल नहीं हुई। तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले लोग राशि के लिए परेशान हैं। रामदास गुप्ता ने कहा कि क्षेत्र की सड़कें बदहाल है। नगर में पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। इस ओर न तो पीडब्ल्यूडी और ना ही जिला प्रशासन ध्यान दे रहा।
ये मुद्दे रखे सामने
– आइटीआइ केंद्र व खुले कन्या हॉयर सेकंडरी हाइस्कूल।
– विधानसभा के मिडिल व हाइस्कूलों का हो उन्नयन।
– बड़वारा में खोला जाए सिविल न्यायालय।
– नगर में सड़क सहित व्यस्थित हो नाली निर्माण।
– भदौरा नदी में शीघ्र बनाया जाए पुल।
– शीघ्र शुरू हो सिंचाई उद्वहन योजना।
– बेरोजगारी दूर करने क्षेत्र में स्थापित हों उद्योग।
– बिजली की समस्या से मिले निजात।
– बड़वारा में बने सर्व सुविधा युक्त खेल मैदान।
– महिला चिकित्सक सहित बेहत हो स्वास्थ्य सुविधा।
महिलाएं सुरक्षित न बच्चियां
बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी मुद्दा छाया रहा। इस दौरा शकुंतला बाई, राकेश सिंह राजपूत, मलखान सिंह ने कहा कि महिलाएं व बालिकाएं घर ने निकलने के बाद महफूज नहीं हैं। आए दिन बलात्कार सहित अन्य घटना हो रही हैं। महिला सुरक्षा को लेकर भी फोकस होना चाहिए। एनसी नायक, विकास कुमार दुबे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश सड़कें खराब है। मुख्य मार्ग से जोडऩे के लिए बेहतर सड़कें बनें ताकि विकास संभव हो सके। धु्रव प्रताप सिंह बघेल, निरपत यादव, रमेश यादव ने कहा कि क्षेत्र की समस्या बिजली की कटौती, खराब सर्विस से परेशान है उस पर फोकस किया जाए। कृषि को उन्नत बनाने के लिए फोकस हो। मुद्दे की राजनीति हो। जो भी जनप्रतिनिधि आए उसका ध्येय विकास हो।
इनकी रही उपस्थति
बैठक में पत्रिका चेंजमेकर बसंत सिंह, राकेश सिंह राजपूत, मलखान सिंह, एनसी नायक, विकास कुमार दुबे, धु्रव प्रताप सिंह बघेल, निरपत यादव, रमेश यादव, मनीष सिंह, केदार सिंह, रामलाल गुप्ता, मो जाकिर, धीरेंद्र सिंह रघुवंशी, लखन सिंह, डब्बू शर्मा, भारत सिंह मार्को, घीसल प्रसाद, अमरनाथ, संतोष कुमार, शकुंतला बाई, गौरी बाई, श्यामलाल कचेर, गणेश केवट, लौंग बाई, सुशीला बाई, सुखचैन, नंदीलाल, होरीलाल, इंद्रकुमार, रामजी, मिथिलेश द्विवेदी, हीरालाल दुबे, दिनेश सिंह आदि मौजूद रहे।