बता दें कि महिला अधिवक्ता अंजुला बजाज ने बताया था कि गत 14 जुलाई को कतिपय अवांछनीय तत्वों ने उन्हें लगातार फोन पर जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने मेरे बेटे तक की हत्या की बात कही। इसकी शिकायत एसपी व बार काउंसिल से की थी। यह खबर पत्रिका ने भी विस्तार से प्रकाशित की थी। लेकिन इस मामले में पुलिस अब तक आरोपी का पता नहीं लगा सकी है। ऐसे में अधिवक्ता सनत परोहा अध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी समिति सदस्य अधिवक्ता अनंत पांडेय के साथ कटनी जिले के वकीलों ने जिले की अधिवक्ता एडवोकेट अंजुला बजाज व उनके पुत्र अक्षय बजाज जान से मारने की धमकी मिलने के बाद भी कार्रवाई न होने पर ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया कि पिछले महीने की घटना की एफआईआर दर्ज कराने के बाद भी कटनी जिले की पुलिस ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई और ना ही वह अपराधी तक पहुंच पाई है।
ये भी पढ़ें- महिला अधिवक्ता को मिल रही बच्चे सहित जान से मारने की धमकी इस मामले में अधिवक्ताओं संग भारतीय जनता पार्टी जिला शिक्षा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। भाजपा नेताओं, अधिवक्ताओं व समाजसेवियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर, महिला अधिवक्ता को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से अनंत पांडेय, अनिल गर्ग, एडवोकेट राजेश तिवारी, अनंत गुप्ता, निरंजन श्रीवास्तव, प्रियदर्शन बड़गैंया, हसन अहमद आदि प्रमुख रहे।