...ताकि बार-बार न चढऩा पड़े सीढ़ी-
कटनी मुड़वारा रेलवे स्टेशन में कई बार यात्री फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) पर ही खड़े रहकर ट्रेन का इंतजार करने विवश रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां ट्रेनें कब किस प्लेटफार्म पर आ जाए कोई भरोसा नहीं रहता। कई बार तो ट्रेन आने के पांच मिनट पहले ही जानकारी मिलती है, इसलिए यात्री एफओबी पर खड़े रहकर घोषणा का इंतजार करते हैं।
तैयार होने के दो माह बाद भी एक्सक्लेटर की सुविधा नहीं-
कटनी जंक्शन मुख्य रेलवे स्टेशन में यात्री सुविधाओं के विस्तार को ध्यान रखकर तीन साल से एक्सक्लेटर की सुविधा उपलब्ध कराने के दावे किए जा रहे हैं। इस बीच कोविड-19 संक्रमण का प्रभाव कम होने के बाद यात्री ट्रेनें प्रारंभ हुई तो पता चला कि एक्सक्लेटर बनकर तैयार होने के बाद दो माह बाद भी चालू नहीं हुई।
ठंडा पेयजल मशीन बंद, पैसे से पानी खरीदने विवश यात्री-
कटनी मुड़वारा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर दो-तीन पर मझगवां की ओर लगी ठंडा पेयजल मशीन बंद है। यहां ट्रेनें खड़ी होने के बाद यात्री मशीन तक पहुंचते हैं और पानी नहीं मिलने के बाद मायूस लौटकर पैसे से पानी खरीदने विवश रहते हैं। यह एक तरह का गठजोड़ है कि मशीन बंद रहेगी तो पानी बिकेगा ही। संभव है मशीन बंद करवाने के लिए भी ऐसी कोशिशें हो रही हो।
यात्री ट्रेन से नाम की पट्टी नदारद-
कटनी, कटनी-मुड़वारा स्टेशन से गुजरने वाली कई ट्रेनों में नाम की पट्टिका नदारद होने के कारण भी यात्री परेशान रहते हैं। मुड़वारा स्टेशन में नौ अक्टूबर की शाम करीब 3.50 बजे प्लेटफार्म क्रमांक एक पर खड़ी यात्री ट्रेन में नाम की पट्टी नहीं थी। अमूमन इस प्लेटफार्म पर शनिवार को इसी समय शालिमार एक्सप्रेस खड़ी होती है और इस कारण कई यात्री धोखे से इस ट्रेन पर ही चढ़ गए।