कटनीPublished: Dec 02, 2018 09:28:26 pm
dharmendra pandey
आचार संहिता में दो माह से लाभ से वंचित हितग्राही, मतगणना के बाद बढ़ेगा कार्यालयों में बोझ
Hundreds of ladders waiting for Lakhpati
कटनी. जिले में लगी आचार संहिता सैकड़ों लाड़लियों के लखपति बनने की राह में रोड़ा बनी है तो प्रसूताओं को भी मिलने वाले लाभ के लिए दो माह से इंतजार करना पड़ रहा है। कारण यह है कि विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही लाड़ली लक्ष्मी योजना व मातृ वंदना योजना में ब्रेक लग गया है। ऐसे में जिले भर से सैकड़ों आवेदन लंबित पड़े हैं। जानकारी अपलोड न हो पाने से हितग्राहियों को उनका लाभ अभी नहीं मिल पा रहा है। मतगणना के बाद जैसे ही आचार संहिता समाप्त होगी, एकदम से इसका असर संबंधित विभागों में देखने को मिलेगा। काम बढऩे के साथ अभी एक से डेढ़ माह तक और हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाएगा।
जिले में हर माह लाड़ली लक्ष्मी के योजना के लगभग पांच सौ आवेदन आते हैं। अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह से लगी रोक के बाद इन आवेदनों पर भी रोक लग गई है। ऐसी ही स्थिति मातृ वंदना योजना की भी है। जिसमें प्रसूताओं को शासन से प्रोत्साहन राशि दी जाती है। विभाग के अनुसार दो माह में लगभग 1400 से अधिक आवेदन लंबित होंगे और योजना के फिर से शुरू होने तक इनकी संख्या बढ़कर दो हजार के लगभग होने का अनुमान है।
टीकाकरण कार्य का नहीं हो पाया अपडेट
सीएमचओ कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों की ड्यूटी भी चुनाव में लगाई गई थी। जिला अस्पताल सहित ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में रोजाना स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन से चार सैकड़ा बच्चों के टीकाकरण का कार्य होता है लेकिन सैकड़ों बच्चों को लगने वाले टीकों की जानकारी रोजाना अपडेट होती है लेकिन दो माह से यह कार्य भी प्रभावित है। टीकाकरण ेके अलावा अन्य योजनाओं के आंकड़े भी अपडेट नहीं हो पा रहे हैं।
शिकायतों पर नहीं सुनवाई
जनसुनवाई में हर सप्ताह 150 के लगभग शिकायतें कलेक्टर के पास पहुंचती थीं। दो माह से सुनवाई बंद है और लोग कार्यालय की आवक-जावक शाखा में आवेदन देकर उसके निराकरण का इंतजार कर रहे हैं। पूर्व में दी गई शिकायतों का निराकरण भी नहीं हो पा रहा है। हिरवारा निवासी राजेश कुमार ने बताया कि वे कलेक्ट्रेट की आवक-जावक शाखा में वे लगभग डेढ़ माह पूर्व शिकायत देकर आए थे लेकिन चुनाव के कारण आज तक उसका निराकरण नहीं हो पाया है।
खास बातें-
– दो माह से बंद पड़ी सरकारी योजनाएं
– लाड़ली लक्ष्मी के हर माह आते हैं लगभग पांच सौ आवेदन
– मातृ वंदना योजना के डेढ़ हजार के लगभग आवेदन लंबित होने का अनुमान
– रोजाना टीकाकरण का कार्य भी नहीं हो पाया अपडेट
इनका कहना है…
आचार संहिता के कारण शासकीय योजनाओं में हितग्राही मूलक योजनाओं का क्रियान्वय बंद है। 11 दिसंबर के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी। इसके बाद सभी योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित करने पहल की जाएगी।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।