बता दें कि कटनी में सामूहिक तौर पर भव्य शोभायात्रा निकाल कर प्रतिमा विसर्जन की परंपरा नहीं है। यहां पूजा समितियों के पदाधिकारी ही मिल कर प्रतिमा विसर्जन को जाते हैं। ऐसे में बहुत ज्यादा हो हल्ला भी नहीं होता। यातायात पर भी कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता। इस परंपरा का निर्वहन इस बार भी हो रहा है।
वैस नगर निगम ने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन की तैयारी बेहतर ढंग से की है। आयुक्त नगर निगम बताया है कि विभिन्न कुंडों में मां दुर्गा की प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए निगम प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। विसर्जन के लिए चिह्नित सभी घाटों और कुंडोंपर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था के साथ ही विशेष साफ सफाई तो कराई ही गई, साथ ही बडी प्रतिमाओं को विसर्जन स्थल तक ले जाने के लिए पूजा समितियों को वाहनों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई। इसके अलावा कुंडों में शुद्ध जल की व्यवस्था भी हुई। जगह-जगह स्वच्छता मित्र भी नियुक्त किए गए। आयुक्त नगर निगम ने शहर की समस्त दुर्गा समितियों के पदाधिकारियों से सुरक्षा का ध्यान रखते हुए प्रतिमाओं के विसर्जन की अपील भी की।
ऐस में उपायुक्त अशफाक परवेज के निर्देशन में घाटों पर नियुक्त टीम अधिकारी व कर्मचारी सुबह से ही नगर के समस्त विसर्जन घाटों व कुंडों, पहुंच मार्गो की निगरानी में लगे रहे। इन सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिल कर प्रतिमा विसर्जन मार्ग व कुंड की साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, प्रतिमाओं के साथ चलने वाले भक्तों के लिए विश्राम का इंतजाम आदि का पूरा खयाल रखा गया। प्रतिमा विसर्जन के लिए हर कुंड में शुद्ध जल भरा गया।