पुलिस नहीं पहुंची तो की हेल्पलाइन में शिकायत
बता दें कि आरक्षकों द्वारा की गई मारपीट के बाद ढाबा संचालक ने डायल 100 को फोन किया, जब कोई नहीं पहुंचा तो रात में 4 बजे के बाद सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की है। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। बताया जा रहा कि आरक्षक किरायेदार की बाइक लेकर चले गए थे। तभी ढाबा संचालकों ने देगवांव तक पीछा किया, वहां भी जमकर विवाद हुआ व मारपीट दोनों पक्षों में हुई। जितेंद्र राय का कहना है कि रीठी थाना प्रभारी जांच के लिए पहुंचे थे। मामले को वापस लेने दबाव बना रहे हैं।
थाना प्रभारी बोले चल रही है जांच
थाना प्रभारी सतीश तिवारी का कहना है कि पुलिस लाइन के दो आरक्षक थे। रात में खाना खाने पहुंचे थे। ढाबा बंद था, खुलवाकर खाना खाया। बिल 680 बनने पर इसका विरोध किया। कम न करने पर आरक्षकों ने गाली-गलौज कर दी, इसी को लेकर विवाद बढ़ गया। इसमें मारपीट दोनों पक्षों से हुई है। पहले ढाबा में विवाद व मारपीट फिर देवगांव में हुई है। लोगों के कथन लिए जा रहे हैं। ढाबा संचालक की शिकायत पर आरक्षकों के खिलाफ मामला धारा 294, 323, 324, 506, 34 के तहत दर्ज हो गया है। आरक्षकों को भी चोट पहुंची है। जांच अभी जारी है।
इनका कहना है
मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मनोज केडिया, एएसपी।